
गोण्डा
गुरू द्वारा दुख निवारण साहिब मालवीय नगर में दशमेश पिता साहिब श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का 359वां प्रकाश उत्सव आठ दिवसीय सम्पूर्णता से मनाया गया। जिसमें प्रत्येक दिवस नगर कीर्तन शोभायात्रा ,कीर्तन समागम में गुरू वाणी,गुरू दा लंगर,सम्पूर्णता श्री सहज पाठ साहिब,पंज प्यारों की अगुवाई में विशाल शोभा यात्रा और प्रतिभाशाली बच्चों के द्वारा समाज के लिए प्रेरक मंचीय प्रस्तुति दी गयी।उक्त अवसर पर न्यायिक अधिकारियों के साथ संभ्रांत जनों को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया।
श्री गुरु नानक सत्संग सभा के महासचिव राजेन्द्र सिंह खुराना ने बताया कि श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज महान योद्धा,दार्शनिक और राष्ट्र भक्त थे।वह पुत्र के रुप में और पिता के रुप में दोनों रुप में महान थे। लेखक के रुप में ‘दशम ग्रंथ’अजर अमर है।उनका कहना था मेरा कोई दुश्मन नहीं है। युद्ध सिर्फ जालिमों के विरुद्ध है।उनके तीर की नोक पर एक तोला सोना लगा रहता था। इसका कारण यह था।जो युद्ध में घायल हों वह उसी सोना से अपना इलाज करा सकें।ऐसी महानता विश्व में कहीं और नहीं है।प्रकाशोत्सव में सभा के अध्यक्ष सरदार हरजीत सिंह छाबड़ा,कोषाध्यक्ष सरदार परमजीत सिंह खुराना,सरदार जसपाल सिंह सलूजा,सरदार अजीत सिंह, इन्दर जीत खालसा,सिमरन पाल मुरली मनोहर, आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।प्रकाश उत्सव पर पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल, सरस्वती विद्या मंदिर के प्रचार्य ब्रजेश मणि मिश्र,संभाग निरीक्षक अवरिश जी,एल बी एस कालेज डॉ॰ बी के सिंह को शिरोपा भेंटकर सम्मानित किया गया।