राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर एस एस) ने हिंदू समाज को एकजुट करने के महत्व पर जोर दिया

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर एस एस ) ने कोलकाता के बर्दवान स्वयंसेवकों को संबोधित किया। उन्होंने हिंदू समाज को एकजुट करने के महत्व पर जोर दिया।
और कहा कि संघ पूरे हिंदू समाज को एकजुट करना चाहता है। हिंदू समाज को एकजुट क्यों करना है? क्योंकि इस देश के लिए जिम्मेदार समाज हिंदू समाज है।भारत की एक प्रकृति है और जिन लोगों ने सोचा कि वे उस प्रकृति के साथ नहीं रह सकते हैं।तो उन्होंने अपना अलग देश बना लिया हैं।
हिंदू दुनिया की विविधता को स्वीकार करके आगे बढ़ते हैं।उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि भारत सिर्फ भूगोल नहीं है भूगोल तो कम ज्यादा होता रहा है। पर भारत जब कहा जाता है।जब उसका एक स्वभाव होता है।भारत का एक स्वभाव है उस स्वभाव के साथ हम नहीं रह सकते। उन्होंने अपने अलग देश बना लिया।जो लोग दूसरे देश में नहीं गए।वे निश्चित रूप से प्रकृति के साथ रहना चाहते हैं और वो भारत नाम का स्वभाव आज का नहीं है।ये 15 अगस्त 1947 से बहुत आगे का है।
हम राजाओं को नहीं बल्कि उन राजाओं को याद करते हैं जो 14 साल तक जंगल में रहे।जब तक यह प्रकृति है तब तक भारत है।हिंदू समाज और भारतवर्ष एक ही है।