राकेश टिकैत ने किया बड़ा दावा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने खुद इस्तीफा नहीं दिया जबरन हटाया गया हैं

भारतीय किसान यूनियन प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा नहीं दिया। बल्कि पूंजीपतियों की सरकार ने इस्तीफा दिलाया है।
धनखड़ हमेशा गांव, गरीब और किसान की बात करते थे। अबकी बार बिहार से किसी व्यक्ति का इसी तरह हश्र होने का अनुमान है। अपने आवास पर प्रतिक्रिया देते हुए टिकैत ने कहा कि इस्तीफे से पहले कोई मेडिकल ग्राउंड सामने नहीं आया।
धनखड़ गांव की बात करते थे। यह सरकार पूंजीपतियों को बढ़ावा देती है। गांव, गरीब और किसान की बात करने वाले सरकार में नहीं रह सकते।पूंजीपतियों ने राजनीतिक दल पर कब्जा कर व्यवस्था को कब्जा लिया है। उपराष्ट्रपति एक पार्टी की बीमारी के शिकंजे में आ गए।
गांव तक के लोग कह रहे हैं कि इस्तीफा लिया गया है।भाजपा की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि 50 वर्ष तक की उम्र के व्यक्ति जो समझौते या इस पार्टी में होंगे उन्हें दुष्यंत चौटाला बना दिया जाएगा।
इसके ऊपर की उम्र के लोगों को पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बना दिया जाएगा। इस बार ढोल किसी दूसरे के दरवाजे पर बजेगा।