यात्रियों की सुरक्षा को मिलेगा नया आयाम: इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ मेट्रो रूट पर पूरी ऊंचाई के स्क्रीन डोर

नई दिल्ली:
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक ग्रीन लाइन के विस्तार पर फुल हाइट प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (Platform Screen Doors – PSD) लगाने जा रहा है। यह नया कॉरिडोर 12.377 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें 11.349 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत होगा और केवल इंद्रलोक स्टेशन एलिवेटेड रहेगा। इस रूट पर कुल 10 स्टेशन होंगे। PSD लगाने का मकसद आत्महत्या जैसी घटनाओं को रोकना, ट्रैक पर गिरने से होने वाले हादसों को टालना और प्लेटफॉर्म पर भीड़भाड़ के दौरान धक्का-मुक्की को नियंत्रित करना है।
PSD एक पारदर्शी दीवार की तरह काम करते हैं, जो सिर्फ ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर रुकने के समय ही खुलते हैं। इससे यात्री ट्रैक की ओर नहीं जा पाते, जिससे हादसों की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है। दिसंबर 2023 में इंद्रलोक स्टेशन पर एक महिला की साड़ी फंसने से हुई मौत जैसी घटनाओं के मद्देनज़र यह कदम बेहद जरूरी माना जा रहा है। DMRC के अनुसार, इस तकनीक के जरिए सुरक्षा के साथ-साथ स्टेशनों पर अनुशासन और आधुनिकता का भी माहौल बनेगा, जिससे यात्रियों का अनुभव और बेहतर होगा।
वर्तमान में दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 352.236 किलोमीटर में फैला हुआ है, जिसमें 257 स्टेशन शामिल हैं। इनमें केवल 77 स्टेशनों पर ही प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर मौजूद हैं और इनमें से भी अधिकतर पर आधे ऊंचाई के डोर लगे हैं। एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के सात स्टेशनों पर ही फुल हाइट डोर लगे हैं। अब ग्रीन लाइन के इस ऐतिहासिक विस्तार के साथ दिल्ली गेट, सचिवालय और इंद्रप्रस्थ जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को मेट्रो से जोड़ा जाएगा। यह परियोजना 2029 तक पूरी होने की उम्मीद है, जिससे दिल्ली मेट्रो और अधिक सुरक्षित, भरोसेमंद और तकनीकी रूप से उन्नत बन जाएगी।
by : Gopal Sharma