मुस्कान को अगर ये 3 लोग नहीं पहचानते, तो नहीं हो पाता खुलासा, सौरभ राजपूत हत्याकांड में चार्जशीट

उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के बहुचर्चित हत्याकांड में पुलिस ने 1500 पन्ने की चार्जशीट दाखिल कर दी है, जिसमें सिलसिलेवार तरीके से घटना के बारे में बताया है. चार्जशीट में हत्या की वजह से लेकर हत्या करने के तरीके तक का जिक्र किया गया है. साथ ही पुलिस ने अपनी चार्जशीट में यह भी बताया है कि हत्या के पीछे कोई काला जादू नहीं बल्कि अंधा प्यार है. बीते 3 मार्च को हत्यारोपित साहिल और मुस्कान ने मिलकर सौरभ की हत्या की साजिश रची और फिर उसे अंजाम दिया.
*काला जादू के चलते नहीं हुई थी हत्या*
पुलिस ने अपनी चार्जशीट में पूरी तरह से इस बात को खारिज कर दिया है कि हत्या काला जादू के चलते की गई थी. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अंतरिक्ष जैन ने कहा, “इस मामले का काले जादू या तांत्रिक गतिविधि से कोई संबंध नहीं है.” पुलिस के अनुसार, मुस्कान और साहिल ने आठवीं कक्षा तक एक साथ पढ़ाई की थी. इसके बाद मुस्कान की शादी हो गई. वहीं जैसे ही सौरभ विदेश गया वैसे ही दोनों फिर एक-दूसरे मिलने लगे और उनकी दोस्ती अवैध संबंध में बदल गई. इसके बाद उन्होंने साथ रहने के लिए सौरभ को मारने का फैसला किया.
**मुस्कान ने क्यों मारा सौरभ को*
अपने बयान में, मुस्कान ने कथित तौर पर कबूल किया, “साहिल और मैं एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे. जब सौरभ वापस आया, तो हमें लगा कि हमारा रिश्ता खतरे में है. इसलिए हमने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई.” चार्जशीट में कहा गया है कि हत्या की रात मुस्कान ने कथित तौर पर सौरभ को बेहोश करने के लिए नींद की गोलियां दीं. बेहोश होने के बाद, उसने और साहिल ने उसके सीने में कई बार चाकू
*कैसे हुई सौरभ राजपूत की हत्या*
चार्जशीट में बताया गया है कि कैसे साहिल-मुक्सान ने शव को बाथरूम में घसीटा, जहां उन्होंने सौरभ के शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए. पहले उसका सिर काटा फिर उसकी कलाई काट दी. शुरुआत में, उन्होंने शव को एक सूटकेस में छिपाने की कोशिश की, उसे पास के नाले में फेंकने की योजना बनाई. हालांकि, शरीर के अंगों को सूटकेस में फिट करने की कोशिश करने के बाद, उन्हें एहसास हुआ कि यह बहुत छोटा है. फिर प्लान बदल दिया. उन्होंने एक नीला प्लास्टिक का ड्रम खरीदा, उसके अंदर क्षत-विक्षत शव रखा और सबूत छिपाने के लिए उसमें सीमेंट भर दिया.
*सूटकेस से भी पुलिस को अहम सुराग मिले*
रिपोर्ट में कहा गया है कि दिलचस्प बात यह है कि भले ही सूटकेस का इस्तेमाल शव को ठिकाने लगाने के लिए नहीं किया गया था, लेकिन यह एक अहम सबूत साबित हुआ. पुलिस ने इसे दंपति के घर में बिस्तर के नीचे से बरामद किया. अंदर, जांचकर्ताओं को खून के धब्बे और मानव हड्डी का एक टुकड़ा मिला, जिसकी बाद में फॉरेंसिक जांच के जरिए पुष्टि हुई कि यह हड्डा का टुकड़ा सौरभ का था. सूटकेस जांच में अहम मोड़ बन गया और हत्या की घटनाओं को संदिग्धों की योजना से जोड़ दिया.
मुस्कान को अगर ये 3 लोग नहीं पहचानते, तो नहीं हो पाता खुलासा
सौरभ राजपूत हत्याकांड मामले में चार्जशीट दाखिल.
पुलिस ने सौरभ राजपूत हत्याकांड में 1500 पन्ने की चार्जशीट दाखिल की.
हत्या का कारण काला जादू नहीं, अंधा प्यार था.
मुस्कान और साहिल ने सौरभ की हत्या की योजना बनाई और अंजाम दिया मेरठः उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के बहुचर्चित हत्याकांड में पुलिस ने 1500 पन्ने की चार्जशीट दाखिल कर दी है, जिसमें सिलसिलेवार तरीके से घटना के बारे में बताया है. चार्जशीट में हत्या की वजह से लेकर हत्या करने के तरीके तक का जिक्र किया गया है. साथ ही पुलिस ने अपनी चार्जशीट में यह भी बताया है कि हत्या के पीछे कोई काला जादू नहीं बल्कि अंधा प्यार है. बीते 3 मार्च को हत्यारोपित साहिल और मुस्कान ने मिलकर सौरभ की हत्या की साजिश रची और फिर उसे अंजाम दिया.
काला जादू के चलते नहीं हुई थी हत्या
पुलिस ने अपनी चार्जशीट में पूरी तरह से इस बात को खारिज कर दिया है कि हत्या काला जादू के चलते की गई थी. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अंतरिक्ष जैन ने कहा, “इस मामले का काले जादू या तांत्रिक गतिविधि से कोई संबंध नहीं है.” पुलिस के अनुसार, मुस्कान और साहिल ने आठवीं कक्षा तक एक साथ पढ़ाई की थी. इसके बाद मुस्कान की शादी हो गई. वहीं जैसे ही सौरभ विदेश गया वैसे ही दोनों फिर एक-दूसरे मिलने लगे और उनकी दोस्ती अवैध संबंध में बदल गई. इसके बाद उन्होंने साथ रहने के लिए सौरभ को मारने का फैसला किया.
मुस्कान ने क्यों मारा सौरभ को
अपने बयान में, मुस्कान ने कथित तौर पर कबूल किया, “साहिल और मैं एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे. जब सौरभ वापस आया, तो हमें लगा कि हमारा रिश्ता खतरे में है. इसलिए हमने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई.” चार्जशीट में कहा गया है कि हत्या की रात मुस्कान ने कथित तौर पर सौरभ को बेहोश करने के लिए नींद की गोलियां दीं. बेहोश होने के बाद, उसने और साहिल ने उसके सीने में कई बार चाकू घोंपा, जिससे उसकी मौत हो गई.
*कैसे हुई सौरभ राजपूत की हत्या*
चार्जशीट में बताया गया है कि कैसे साहिल-मुक्सान ने शव को बाथरूम में घसीटा, जहां उन्होंने सौरभ के शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए. पहले उसका सिर काटा फिर उसकी कलाई काट दी. शुरुआत में, उन्होंने शव को एक सूटकेस में छिपाने की कोशिश की, उसे पास के नाले में फेंकने की योजना बनाई. हालांकि, शरीर के अंगों को सूटकेस में फिट करने की कोशिश करने के बाद, उन्हें एहसास हुआ कि यह बहुत छोटा है. फिर प्लान बदल दिया. उन्होंने एक नीला प्लास्टिक का ड्रम खरीदा, उसके अंदर क्षत-विक्षत शव रखा और सबूत छिपाने के लिए उसमें सीमेंट भर दिया.
*सूटकेस से भी पुलिस को अहम सुराग मिले*
रिपोर्ट में कहा गया है कि दिलचस्प बात यह है कि भले ही सूटकेस का इस्तेमाल शव को ठिकाने लगाने के लिए नहीं किया गया था, लेकिन यह एक अहम सबूत साबित हुआ. पुलिस ने इसे दंपति के घर में बिस्तर के नीचे से बरामद किया. अंदर, जांचकर्ताओं को खून के धब्बे और मानव हड्डी का एक टुकड़ा मिला, जिसकी बाद में फॉरेंसिक जांच के जरिए पुष्टि हुई कि यह हड्डा का टुकड़ा सौरभ का था. सूटकेस जांच में अहम मोड़ बन गया और हत्या की घटनाओं को संदिग्धों की योजना से जोड़ दिया.
फल काटने वाले चाकू से की हत्या
चार्जशीट के अनुसार, साहिल और मुस्कान ने बहुत सावधानी से तैयारी की थी. हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू ब्रह्मपुरी के सिंघल बर्तन स्टोर से खरीदा गया एक साधारण फल काटने वाला चाकू था. जब पुलिस ने दुकानदार से पूछताछ की और मुस्कान की तस्वीर दिखाई, तो उसने तुरंत उसे खरीदार के रूप में पहचान लिया. शव को छिपाने के लिए इस्तेमाल किया गया नीला ड्रम घंटाघर इलाके के एक विक्रेता सिराजुद्दीन अहमद से खरीदा गया था, और सीमेंट और रेत शारदा रोड पर नेशनल सीमेंट स्टोर से आई थी. पूछताछ के दौरान दोनों विक्रेताओं ने मुस्कान की पहचान की पुष्टि की.