महिला कर्मियों का आक्रोश: कार्य बहिष्कार की चेतावनी, अधीक्षिका पर लगाए गंभीर आरोप

गोंडा
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरी कृपाल में कार्यरत एएनएम और सीएचओ के मानसिक शोषण के आरोपों को लेकर रविवार को उत्तर प्रदेश बेसिक हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन की जिला इकाई की बैठक गांधी पार्क में आयोजित हुई। बैठक में महिला कर्मियों ने अधीक्षिका पूजा जयसवाल पर तानाशाही रवैया अपनाने, अनावश्यक मीटिंग बुलाकर प्रताड़ित करने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने के गंभीर आरोप लगाए।
बैठक की अध्यक्षता बेसिक हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राम शेखर पांडे और मातृ शिशु एवं महिला कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष अंजनी शुक्ला ने की। इस दौरान संगठन के जिला मंत्री अनुराग श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी मौजूद रहीं।
बैठक में महिला कर्मियों ने बताया कि अधीक्षिका द्वारा उन्हें बार-बार अनावश्यक मीटिंग के लिए बुलाया जाता है। साथ ही, डिलीवरी कक्ष में रात की अनियमित ड्यूटी लगाई जाती है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
ऑनलाइन ज़ूम मीटिंग में नेटवर्क समस्या के कारण यदि कोई कर्मी अनुपस्थित रहता है, तो उसे बिना किसी जांच के दंडित किया जाता है। इसके अलावा, कुष्ठ, टीकाकरण एवं अन्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों से जुड़े कर्मचारियों को समय पर मानदेय नहीं दिया जाता, जिससे वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
शुक्रवार को महिला कर्मी शाम 5:30 बजे सीएमओ कार्यालय पहुंचीं और अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा था मौखिक शिकायत भी दर्ज कराई गई थी लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया। सीएमओ ने ज्ञापन स्वीकार किया, लेकिन समाधान को लेकर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। संगठन ने निर्णय लिया है कि 24 फरवरी 2025 को शाम 5:30 बजे डीएम से मुलाकात की जाएगी। यदि तीन दिनों के भीतर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो सभी महिला कर्मी सामूहिक रूप से कार्य बहिष्कार करेंगी। छुट्टी के बदले सुविधा शुल्क की प्रथा को रोका जाए। संगठन ने जिलेभर में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। बैठक में एकता वर्मा, लालपति, किरण वर्मा, विनिता पाठक, पूजा धारण, नेहा, रेखा पांडेय, हेमलता वर्मा, ममता, रुचि शुक्ला, ऐशा, रंजना श्रीवास्तव, मनीषा वर्मा, शशिप्रभा सिंह, जानकी चौरसिया, अनिता कुमारी, अरुणा पाल, दीप्ति गुप्ता, राधापति पाठक, अनुराधा सिंह, सुषमा, ममता चौधरी सहित कई महिला कर्मचारी उपस्थित रहीं।