महाकुंभ की आस्था: बढ़ती भीड़ से यात्री हो रहे परेशान

महाकुंभ 2025 को लेकर श्रद्धालुओं का जनसैलाब लगातार बढ़ता जा रहा है। देशभर से लाखों लोग ट्रेन, बस और अन्य साधनों से तीर्थ यात्रा पर निकल रहे हैं, जिससे रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर भारी भीड़ उमड़ रही है। इस बढ़ती भीड़ के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं
पटना, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ जैसे प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है। ट्रेनों में खचाखच भीड़ होने के कारण यात्रियों को बैठने तक की जगह नहीं मिल रही। लंबी यात्रा और अव्यवस्था के कारण कई श्रद्धालु थकान और डिहाइड्रेशन की वजह से बीमार हो रहे हैं।
प्रशासन की तैयारियां और चुनौतियां
अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था: भारतीय रेलवे ने महाकुंभ के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, लेकिन यात्रियों की संख्या इतनी ज्यादा है कि वे भी कम पड़ रही हैं।
स्वास्थ्य सुविधाएं: रेलवे स्टेशनों और यात्रा मार्गों पर चिकित्सा सहायता बढ़ाई जा रही है ताकि यात्रियों को तत्काल उपचार मिल सके।
यातायात नियंत्रण: भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन सुरक्षा बलों को तैनात कर रहा है, लेकिन भीड़ प्रबंधन अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
महाकुंभ श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है, लेकिन इसके साथ यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाना भी जरूरी है। प्रशासन को और अधिक ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।