भिक्षा नही बच्चो क़ो दे शिक्षा एसपी देहात ने निकाली जागरूकता रैली

रूड़की/ में आज समाज में शिक्षा को बढ़ावा देने और भिक्षावृत्ति को रोकने के उद्देश्य से रूड़की पुलिस ने “भिक्षा नहीं, शिक्षा दें” अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया। और लोगो क़ो समझाया अपने बच्चो क़ो स्कूल मे पढ़ाई क़े लिए भेजे बिना शिक्षा क़े कुछ नहीं है। बच्चों को भीख मांगने के लिए मजबूर करने के बजाय उन्हें स्कूल भेजना चाहिए ताकि देश कर हर बच्चा पढ़ लिख कर कामियाब हो वो किसी की मजदूरी का मोहोताज ना रहे। भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षित करने का है पुलिस का उद्देश्य: रूड़की पुलिस का यह अभियान उन बच्चों की मदद करने के लिए शुरू किया गया है,जो किसी न किसी कारण से शिक्षा से वंचित रह जाते हैं.और भीख मांगने के लिए मजबूर होते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की कि वे भिक्षावृत्ति को प्रोत्साहित न करें, बल्कि ऐसे बच्चों को शिक्षित करने में सहयोग करें। पुलिस का संदेश: एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने मिडिया से बातचीत मे कहा कि यदि समाज मिलकर प्रयास करे तो भिक्षावृत्ति को खत्म किया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लोग भीख देने के बजाय बच्चों की शिक्षा के लिए योगदान करें। आज से आप इन्हें भीख देना बंद करें।बच्चों को भिक्षा नहीं शिक्षा की जरूरत।आप का दिया हुआ पैसा बच्चों के नहीं, बल्कि उन लोगों की जेब में जाता है, जो बच्चों से भीख मंगवाते हैं।भिक्षा देकर असहाय न बनाएं।आपके दिए हुए पैसों से किसी बच्चे का भविष्य बनता नहीं, बल्कि बिगड़ता है।आप जैसे पैसे देते हैं इसलिए बच्चे भीख मांगने के लिए प्रेरित होते हैं।अगर आपक़ो लगता है, हमने पुण्य का काम किया है तो आपको चाहिए आप इन बच्चों क़ो पेन पेन्सिल स्कूल बैग दे। और बच्चो क़ो समझाये कि स्कूल जाया करो आप स्कूल जाओगे तो आप कामियाब होंगे और एक दिन तुम अपने माता पिता का नाम रोशन करोगे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि वे किसी बच्चे को भीख मांगते देखें तो उसकी सूचना पुलिस को दें,ताकि उसे शिक्षा से जोड़ा जा सके। इस अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस लगातार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करती रहेगी और देश क़े हर बच्चे क़ो शिक्षा से जोड़ने का काम करेंगी।