भारत में बैंक धोखाधड़ी तीन गुना बढ़कर ₹35,000 करोड़ तक पहुंची

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारत में बैंक धोखाधड़ी के मामलों में चिंताजनक वृद्धि दर्ज की गई है। इस वर्ष कुल धोखाधड़ी की राशि ₹35,000 करोड़ (लगभग $4.2 बिलियन) रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में तीन गुना अधिक है। इन मामलों में मुख्य रूप से ऋण धोखाधड़ी, नकली दस्तावेज़ों के ज़रिए ऋण प्राप्त करना और डिजिटल बैंकिंग चैनलों का दुरुपयोग शामिल है।
RBI के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में यह समस्या अधिक देखने को मिल रही है। रिपोर्ट में कहा गया कि कुल धोखाधड़ी का लगभग 80% हिस्सा लोन फ्रॉड्स का है। वहीं, डिजिटल फ्रॉड जैसे यूपीआई ट्रांजैक्शन में गड़बड़ी, फ़िशिंग और क्लोनिंग जैसी घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में डिजिटल लेन-देन के तेजी से बढ़ने के बावजूद साइबर सुरक्षा को लेकर बैंकों की सतर्कता अभी भी कमजोर है। वहीं, ग्राहकों में जागरूकता की भी कमी है, जिससे ये घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
RBI ने बैंकों को जोखिम प्रबंधन प्रणाली को मजबूत करने और हर स्तर पर निगरानी बढ़ाने की सिफा