बारिश से मिली राहत, लेकिन अब तैयार हो जाइए लू के थपेड़ों के लिए – एमपी में फिर बदलेगा मौसम का मिज़ाज

भोपाल:
भीषण गर्मी के बीच राहत की फुहारें – मध्य प्रदेश में पिछले दो दिनों से हुई बारिश ने लोगों को गर्मी से बड़ी राहत दी है। भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर, गुना और शिवपुरी जैसे शहरों में रविवार को लोगों ने बादलों की छांव में सुकून की सांस ली। दिन का तापमान गिरा और रातें भी कुछ ठंडी हो गईं, जिससे आम जनजीवन को काफी राहत मिली। हालांकि, ये राहत ज्यादा दिनों तक टिकने वाली नहीं है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 16 अप्रैल से प्रदेश में एक बार फिर से गर्मी अपना रंग दिखाएगी, और लू का प्रकोप भी शुरू हो सकता है।
बारिश का असर: तपती गर्मी से मिली थोड़ी राहत
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते मध्य प्रदेश के कई जिलों में बीते दो दिनों में बारिश हुई है। रायसेन, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, सीधी, विदिशा, डिंडोरी, बालाघाट, देवास, सीहोर, सागर जैसे शहरों में बारिश ने तापमान को कुछ हद तक नीचे ला दिया। भोपाल में सुबह से बादल छाए रहे, और दोपहर को हल्की धूप खिली – लेकिन गर्मी उतनी तीखी नहीं रही।
14 अप्रैल तक जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
IMD (मौसम विभाग) के मुताबिक, 14 अप्रैल तक करीब दो दर्जन जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। जबलपुर, मैहर, शहडोल, मुरैना, रीवा, दमोह, अनूपपुर, भिंड, मऊगंज, ग्वालियर, बालाघाट जैसे शहरों में बारिश के साथ बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है।
16 अप्रैल से बढ़ेगी गर्मी, हीट वेव का अलर्ट
बारिश की यह राहत ज्यादा देर नहीं टिकेगी। 15 अप्रैल के बाद वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर खत्म हो जाएगा, और 16 अप्रैल से गर्मी का दौर फिर से लौटेगा। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में लू चलने की चेतावनी दी है। यानी दिन और रात दोनों का तापमान बढ़ेगा और लोगों को दोबारा झुलसाने वाली गर्मी का सामना करना पड़ेगा। अब सवाल यही है – बारिश की कुछ बूँदें जो राहत लेकर आई थीं, क्या वो आने वाले तेज़ धूप और लू के थपेड़ों से बचा पाएंगी? या फिर लोगों को एक बार फिर गर्मी से दो-दो हाथ करने होंगे?