बाबा खामोश शाह की मजार पर तीन दिवसीय उर्स ए पाक जलसे का समापन

*गोंडा*
गोंडा जिले अंतर्गत मुजेहना विकास खंड के ग्राम पंचायत रेतवागाड़ा स्थित बाबा खामोश शाह की मजार पर आयोजित तीन दिवसीय उर्स ए पाक जलसे का समापन जबाबी कव्वाली में कव्वालों ने गंगा जमुनी तहजीब पर प्रस्तुति देकर सौहार्द आपसी सौहार्द का संदेश देते हुए शमा बांध दिया 51 वां सालाना उर्स शानिवार की देर शाम गाजे बाजे के साथ जुलूस निकलकर नौजवान कमेटी मुस्लिम समाज की ओर से गागर चादर व सन्दल पेश किया गया।कव्वाल रिजवान चिश्ती अयोध्या व आसिफ साकिब फैजाबादी के बीच जोरदार मुकाबला हुआ। जहां पर कव्वालों ने शमां बांध दिया। लोग रात भर झूमते रहे।कव्वाल रिजवान चिश्ती अयोध्या ने बहती इस देश में गंगा बहने दो,क्यूं करते हो दंगा रहने दो।लाल हरे रंगों में हमको न बांटो,छत पर बस मेरे एक तिरंगा रहने दो। जैसी कव्वाली से गंगा जमुना तहजीब पेश कर आपसे सौहार्द का संदेश दिया तो पूरा परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके अलावा परिंदों के लवो पर भी तिला जाग जाती है,उसे जब भी पुकारो जाग जाती है,जमी मां है हमारी जैसी कव्वाली पेश कर माहौल खुशनुमा बना दिया। देखो तो सुहागन के मुखड़े की दमक अपने प्रीतम की आंख का तारा हैजीवन-खेती को सींचती जाएगी अमृत की नदी का रस भरी धारा है।”कव्वाली कार्यक्रम में जैसे-जैसे रात गुजरती गई, मुकाबला परवान चढ़ता गया। शेरो-शायरी व गजल का दौर सुबह तक चलता रहा। कव्वालों ने तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे, मैं एक शाम चुरा लूं, अगर बुरा न लगे। हमारे नाम से जलने लगी है दुनिया, दर्द मीठा-मीठा सा दिल में यार मेरे होता है, क्यों उदास बैठे हो, चेहरा उतरा-उतरा है, क्या किसी के आने का इंतजार होता है, जहां है फूल वहां तितलियां भी आएगी, चमन बनेगा जहां बिजूरिया भी आएगी, सुना है इसलिए वह चूड़ियां बेचेगा, खरीदने के लिए लड़कियां भी आएगी, दिल टूट जाए तो बड़ी तकलीफ होती है, कोई अपना सताए तो बड़ी तकलीफ होती है, अपना समझकर जिसे सीने से लगाया, वो चेहरा याद आए तो बड़ी तकलीफ होती है आदि कव्वाली पेश किए गए।देश भक्ति पर आधारित भारत मां के लाल हैं हम, ये पहचान हमारी है.। ये धरती शान हमारी है..सुना खूब वाहवाही बटोरी।इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष/ प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार सिंह, आजाद खान,राजन सिंह, तुफैल खान,सुनील कुमार तिवारी,जमाल बाबा,लालमन गिरि, जैनुलाब्दीन खान,मैराज खान, जाबिर, मोहर्रम अली, प्रभारी निरीक्षक निर्भय नारायण सिंह भारी पुलिस बल के साथ मुस्तैद रहे।