ना ठाकुरजी की माला, ना पटुका, और ना प्रसाद की डलिया मिलेगी, बांके बिहारी मंदिर में ऐसा क्या हो गया?

उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर के वृंदावन में स्थित बांकेबिहारी मंदिर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. इसके तहत अब ना तो वीआईपी श्रद्धालुओं को पहनने के लिए प्रसादी माला दी जाएगी और ना ही पटुका ओढ़ाया जाएगा.इसके अलावा प्रसाद की डलिया और ठाकुर जी की बांसुरी भी भेंट स्वरूप नहीं मिलेगी. यह फैसला मंदिर कॉरिडोर और न्यास का विरोध कर रहे गोस्वामियों ने लिया है. गोस्वामियों ने तय किया है कि अब मंदिर में किसी को भी वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा.
नहीं मिलेगी अब ठाकुर जी की माला
दरअसल, मंदिर में आए दिन वीआईपी दर्शन करने के लिए आते रहते हैं और उनका आवभगत सेवायत गोस्वामियों द्वारा की जाती है. मंदिर के गेट से अंदर तक ले जाने और फिर वीआईपी कठघरा में पूजा कराने के बाद ठाकुरजी की माला, पटुका, बांसुरी, प्रसाद की डलिया आदि दी जाती है. वहीं शीतकाली दर्शन के दौरान ठाकुरजी के गर्भ गृह में जाने पर जगमोहन में वीआईपी को बुलाकर इसी तरह आदर किया जाता पर अब ऐसा कुछ भी नहीं होगा.
गोस्वामी समाज कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं देगा
इस फैसले को लेकर हिमांशु गोस्वामी ने बताया कि ठाकुर बांकेबिहारी ने उन्हें यह प्रेरणा दी है कि जो सरकार, अफसर, नेता, उद्योगपति व अन्य वीआईपी ठाकुरजी के खिलाफ काम कर रहे हैं, गोस्वामी समाज के हितों को अनदेखा कर रहे हैं, ठाकुर जी की सेवा में व्यवधान डाल रहे हैं. ऐसे लोगों का स्वागत सम्मान नहीं किया जाए, गोस्वामी समाज ऐसे लोगों का आदर नहीं करेगा, अनादर भी नहीं करेगा.
कॉरिडोर के ऐलान से नाराज है गोस्वामी समाज
उन्होंने बताया कि दो दिन पहले राजस्थान के गृहमंत्री आए थे. कल डीएम, एसएसपी आए. किसी का स्वागत सम्मान नहीं किया गया. बता दें कि जब से बांके बिहारी कॉरिडोर का सरकार के तरफ से ऐलान किया है, तब से गोस्वामी समाज में आक्रोश है. गोस्वामी समाज ने तो यहां तक धमकी दे दी थी कि वो अपने बांके बिहारी को लेकर कहीं और चले जाएंगे. हालांकि सरकार गोस्वामी समाज को मनाने की पुरजोर कोशिश कर रही है.