ताइवान ने चीन से बढ़ते खतरे के बीच युद्ध तैयारी तेज की, सैन्य सुधारों पर जोर

ताइपे।
चीन की ओर से लगातार बढ़ते सैन्य दबाव और खतरे के बीच ताइवान ने अपनी रक्षा तैयारियों को और मजबूत करना शुरू कर दिया है। ताइवान के रक्षा मंत्री वेलिंगटन कू ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ताइवान को अब हर हाल में संभावित युद्ध के लिए तैयार रहना होगा। इसके लिए उन्होंने सैन्य सप्लाई के भंडारण, आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल और सशस्त्र बलों की रणनीतिक क्षमताओं को उन्नत करने की बात कही है।
राष्ट्रपति लाई चिंग-ते का बड़ा बयान
ताइवान के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने भी चीन की ओर से लगातार बढ़ रही दुश्मनी का जिक्र करते हुए कहा कि देश की सेनाओं में बड़े पैमाने पर सुधार किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब फौज की ट्रेनिंग में ड्रोन, एयर डिफेंस सिस्टम, मोबाइल रडार और जटिल युद्ध रणनीतियों को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है।
सैन्य सेवा अवधि में बढ़ोतरी, युद्ध अभ्यास पर फोकस
जनवरी 2024 से ताइवान ने अपनी अनिवार्य सैन्य सेवा को चार महीने से बढ़ाकर एक साल कर दिया है। यह कदम सेना की युद्धक क्षमता और दीर्घकालिक तैयारियों को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है। रक्षा मंत्री वेलिंगटन कू ने कहा, “हम एक द्वीप राष्ट्र हैं। अगर चीन हमला करता है तो हमें आत्मनिर्भर रहना होगा। इसके लिए हमें सैन्य आपूर्ति का स्थायी भंडारण करना जरूरी है। हमें न सिर्फ सतर्क, बल्कि धैर्य के साथ युद्ध के लिए तैयार रहना होगा।”
हान कुआंग सैन्य अभ्यास जुलाई में
ताइवान का सबसे बड़ा सालाना सैन्य अभ्यास “हान कुआंग” इस बार 9 से 18 जुलाई तक होगा। पिछले साल यह अभ्यास तूफान के कारण छोटा करना पड़ा था, लेकिन इस बार इसे विस्तार दिया गया है ताकि युद्ध संबंधी कमियों की पहचान कर उन्हें दूर किया जा सके।
सेना की तैनाती और संरचना की समीक्षा
साल के अंत तक सैनिकों की संख्या, तैनाती और समग्र सैन्य संरचना की भी व्यापक समीक्षा की जाएगी। रक्षा मंत्री ने कहा कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) द्वारा ताइवान के नजदीक की जा रही लगातार सैन्य गतिविधियों के मद्देनजर यह कदम उठाना जरूरी हो गया है।
चीन की मंशा पर संदेह बरकरार
बीजिंग ताइवान को अपना अलगाववादी प्रांत मानता है और उसे बलपूर्वक अधीन करने से इंकार नहीं करता। वहीं, अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का मानना है कि ताइवान के चारों ओर चीन की सैन्य गतिविधियां अब सामान्य स्थिति का हिस्सा बनती जा रही हैं, जो आने वाले समय में किसी बड़े टकराव की भूमिका भी तैयार कर सकती हैं।