बिहार

जिसने भी देखा वो चौंक गया… कई मृत लोगों के नाम नई वोटर ड्राफ्ट सूची में शामिल

बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले निर्वाचन आयोग (ECI) के जारी ड्राफ्ट वोटर सूची पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. गड़बड़ियों की कई शिकायतें ग्राउंड जीरो पर भी सामने आ रही हैं. न्यूज 18 ने इसको लेकर विशेष पड़ताल अभियान चलाया तो कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. राजधानी पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 36, बूथ 182 की सूची में कई मृत व्यक्तियों के नाम शामिल होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है. न्यूज 18 की ग्राउंड जीरो पर पड़ताल में सोना देवी, बालेश्वर प्रसाद और जानकी साव जैसे लोगों के नाम सामने आए जो सालों पहले दुनिया छोड़ चुके हैं. इस खुलासे ने निर्वाचन आयोग और बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.

पटना के बांकीपुर विधानसभा के वार्ड संख्या 36 के बूथ नंबर 182 का चौंकाने वाला सच समझिये. न्यूज 18 संवाददाता जब ग्राउंड जीरो पर पहुंचे तो नई सूची पर कई लोगों ने सवाल खड़े किए. ग्राउंड जीरो पर कई चौंकाने वाली बातें सामने निकल कर आईं. सबसे पहले न्यूज 18 की टीम वार्ड संख्या 36 के बूथ नंबर 182 में स्थित सोना देवी के घर पहुंची. पटना के लोहानीपुर इलाके में स्थित है सोना देवी का नाम ड्राफ्ट सूची में शामिल है. जब उनके घर पहुंचकर उनकी पुत्री मंजू देवी से बात हुई तो बताया कि उनकी माता जी का निधन 6 साल पहले ही चुका है. दीवार पर तस्वीर लगी है और उसपर माल्यार्पण किया हुआ है, जाहिर है यह उनके मृत होने की पुष्टि करता है. जब परिजनों को पता चला तो ये भी चौंक गए कि इनका नाम कैसे शामिल हो गया. इनकी पुत्रवधू ने बताया कि उनके घर कोई BLO नहीं आया था फॉर्मभेज दिया गया था. सोना देवी का फॉर्म भी नहीं दिया गया था. उनके लिए चौंकाने वाली बात यह है कि जिनका फॉर्म नहीं भरा गया और जो 6 साल पहले गुजर गई है उनका नाम ड्राफ्ट सूची में कैसे शामिल हुआ.

3 साल पहले मृत हुए बालेश्वर प्रसाद का नाम सूची में

सोना देवी के घर के बाद न्यूज 18 टीम की पड़ताल के दौरान बालेश्वर प्रसाद के घर पहुंची जिनका नाम ड्राफ्ट सूची में क्रम संख्या 894 पर दर्ज है. परिवार ने बताया कि उनका निधन 3 साल पहले हो चुका है. उनकी पुत्रवधू रेखा देवी ने कहा कि कोई BLO उनके घर नहीं आया और न ही कोई फॉर्म भरा गया, फिर भी उनका निधन 3 साल पहले हो चुका है. उनकी पुत्रवधू रेखा देवी ने कहा कि कोई BLO उनके घर नहीं आया और न ही कोई फॉर्म भरा गया, फिर भी उनका नाम सूची में शामिल है. परिवार ने इस गलती को ठीक करने की मांग की और निर्वाचन आयोग से जवाब मांगा.

पति की याद में आंसू, जानिये जानकी साव की कहानी

पड़ताल में एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया. जानकी साव का नाम क्रम संख्या 509 पर है जो कई साल पहले गुजर चुके हैं. उनकी पत्नी आशा देवी ने रोते हुए बताया कि उनके पति की तस्वीर दीवार पर टंगी है जो उनके इस दुनिया में नहीं होने की पुष्टि खुले तौर पर करती है. आशा देवी ने बताया कि कोई BLO उनके घर नहीं आया फिर भी उनके पति का नाम सूची में है. इस खुलासे ने परिवार को सदमे में डाल दिया और उन्होंने BLO की लापरवाही पर सवाल उठाए.

समाजसेवी और पार्षद उम्मीदवार ने सवाल खड़े किये

वार्ड 36 के समाजसेवी और पार्षद उम्मीदवार सुनील कुमार चंद्रवंशी से बात की. उन्होंने बताया कि सूची में कई मृतकों के नाम शामिल हैं जो BLO की गलती को बताता है. उन्होंने कहा, एक दो नहीं, बल्कि ऐसे कई नाम हैं जिनका निधन हो चुका है फिर भी सूची में हैं. BLO ने बिना सत्यापन के नाम जोड़े. सुनील चंद्रवंशी ने निर्वाचन आयोग से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की.

BLO की कार्यशैली पर सवाल, निर्वाचन आयोग पर नजर

निर्वाचन आयोग ने ड्राफ्ट सूची में 65 लाख से अधिक नाम हटाए जिसमें 22 लाख मृतकों के बताए गए. लेकिन बांकीपुर जैसे मामलों में मृतकों के नाम शामिल होने से आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष ने इसे लापरवाही और संभावित साजिश करार दिया है. आयोग ने 1 अगस्त से 1 सितंबर तक दावे-आपत्तियां दर्ज करने की बात कही है, लेकिन ग्राउंड पर BLO की कार्यप्रणाली पर सवाल बरकरार हैं.अब सवाल है इन नामों के सामने आने के बाद निर्वाचन आयोग क्या करवाई करता है.

saamyikhans

former crime reporter DAINIK JAGRAN 2001 and Special Correspondent SWATANTRA BHARAT Gorakhpur. Chief Editor SAAMYIK HANS Hindi News Paper/news portal/

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