भारत की मिसाइल डील पर ब्रेक: ब्राजील का यू-टर्न और वैश्विक रणनीति में बदलाव

हाल ही में ब्राजील ने भारत की ‘आकाश’ मिसाइल डील को रद्द कर वैश्विक रक्षा बाजार में हलचल मचा दी है। यह डील लगभग 1 अरब डॉलर की थी और इससे भारत को अपने स्वदेशी रक्षा उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने का बड़ा अवसर मिल सकता था।
ब्राजील की वायुसेना ने पहले ‘आकाश’ मिसाइल को खरीदने में रुचि दिखाई थी, लेकिन अब वह फ्रांस की कंपनी MBDA की मिसाइल प्रणाली की ओर झुकती नजर आ रही है। इस बदलाव से MBDA को बड़ा फायदा मिल सकता है, जो पहले से ही दुनिया भर में अपनी मिसाइल तकनीक के लिए जानी जाती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस निर्णय के पीछे रणनीतिक और राजनीतिक कारण हो सकते हैं। ब्राजील पश्चिमी देशों के साथ अपने रक्षा संबंधों को मजबूत करना चाहता है और संभव है कि इसी वजह से उसने फ्रांस की कंपनी को प्राथमिकता दी हो।
हालांकि भारत के लिए यह झटका जरूर है, लेकिन इससे उसे अपनी निर्यात रणनीति पर पुनर्विचार करने का भी मौका मिला है। भारत ने पिछले कुछ वर्षों में रक्षा उत्पादों के निर्यात में वृद्धि की है और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत स्वदेशी रक्षा प्रणाली को आगे बढ़ाया है।
अब भारत को नए साझेदारों की तलाश करनी होगी और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपनी तकनीक की श्रेष्ठता को साबित करना होगा।