राष्ट्रीय
UNESCO में ‘गीता’ और ‘नाट्यशास्त्र’ का समावेश: भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मान्यता

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने ‘गीता’ और ‘नाट्यशास्त्र’ को ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड’ रजिस्टर में शामिल किया है। यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय भारतीय ज्ञान परंपरा की वैश्विक मान्यता का प्रतीक है। ‘गीता’ भारतीय दर्शन और आध्यात्मिकता का मूल ग्रंथ है, जबकि ‘नाट्यशास्त्र’ भारतीय नाट्यकला का प्राचीन ग्रंथ है। इन दोनों ग्रंथों का UNESCO द्वारा मान्यता प्राप्त करना भारतीय संस्कृति की वैश्विक प्रतिष्ठा को और सुदृढ़ करेगा।