गोंडा की नई जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन होंगी। जिलाधिकारी नेहा शर्मा प्रभारी महानिरीक्षक निबंधन बनाई गई हैं

*गोंडा*
गोंडा की नई जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन यूपी कैडर की 2013 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वह झांसी जिले की रहने वाली हैं। उनके पिता पीडब्ल्यूडी कॉन्ट्रैक्टर हैं, वहीं उनकी मां हाउसवाइफ हैं। उनकी 2 बहनें और एक भाई हैं। इन्होंने जालौन से अपनी स्कूली शिक्षा-दीक्षा हासिल की है। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया है। इसी युनिवर्सिटी से उन्होंने इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। प्रियंका की यूपीएससी क्लियर करने की कहानी भी बेहद प्रेरणादायक है। उन्होंने साल 2008 में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की थी लेकिन उनके लिए ये सफर आसान नहीं रहा। उन्हें शुरूआती 5 प्रयासों में असफलता हाथ लगी लेकिन उनके इरादे मजबूत थे, इसी वजह से उन्होंने हार नहीं मानी और तैयारी जारी रखी, आखिरकार उन्हें उनकी मेहनत का परिणाम मिला और साल 2013 में वह यूपीएससी क्लियर कर आईएएस अधिकारी बनीं। बतौर आईएएस उनकी पहली पोस्टिंग मुजफ्फरनगर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर हुई थी। इस दौरान उन्होंने राजकीय जिला अस्पताल में अपनी बेटी को जन्म दिया था। आज के समय में जब संपन्न लोग महंगे-महंगे प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने जाते हैं, ऐसे में प्रियंका निरंजन ने सरकारी अस्पताल में बच्ची को जन्म देकर एक उदाहरण पेश किया कि सरकारी अस्पताल भी बेहतर इलाज मुहैया कराते हैं।उनके इस कदम की काफी तारीफ भी हुई थी। ये अपनी तेजतर्रार कार्यशैली के लिए भी जानी जाती हैं। उन्होंने कई माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई कर अपने सख्तमिजाज होने का परिचय दिया था. वहीं जनता के बीच पहुंच को लेकर भी उनकी तारीफ होती है क्योंकि वह खुद लोगों की शिकायतें सुनती हैं और उसे हल भी करती हैं. इसीलिए अक्सर उनके पास जन सुनवाई के लिए आए हुए लोगों की भीड़ लगी रहती है। मिर्जापुर की जिलाधिकारी बनने से पहले वह बस्ती जिले की डीएम थीं। अपने पूर्व कार्यकाल में वह जालौन की डीएम, लखनऊ सरकार में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की विशेष सचिव और मिर्जापुर की मुख्य विकास अधिकारी रह चुकी हैं।