मौसम और स्वास्थ्य — सर्दी बढ़ने से स्वास्थ्य व रोज़मर्रा की जिंदगी प्रभावित

तेज ठंड व शीतलहर के कारण लोगों में ग्रस्तता, खासकर बुज़ुर्गों व बच्चों में बढ़ गई है। अलाव, गर्म कपड़ों, चादर-कंबल और गर्म पेय चीज़ों की मांग बढ़ चुकी है। कई अस्पताल, क्लिनिक और स्वास्थ्य केंद्र ठंड से जोड़कर आने वाली सर्दी-बीमारियों से निपटने के लिए तैयार हैं।
शहरों में धुंध व कोहरा रहने से दृश्यता कम हो रही है, वायु प्रदूषण और कोहरे के कारण सामाजिक व यात्रा गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं। स्कूलों-कॉलेजों में आने-जाने वालों व कार्यालय जाने वालों को जागरूक रहने की सलाह दी जा रही है। कई लोगों ने अलाव जला, मास्क पहनना और बाहर निकलते समय अतिरिक्त सावधानी बरतने जैसे कदम अपनाए हैं।
जिन इलाकों में ठंड अधिक है, वहाँ जल आपूर्ति, सड़क व बिजली जैसे बुनियादी सुविधाओं की तैयारी भी जोरों पर है। प्रशासन ने लोगों से कहा है कि वे दोपहर के बाद ही यात्रा करें और रात में अनावश्यक बाहर निकलने से बचें।



