अयोध्या कचहरी का बाबू एक साल पूर्व से कर रहा पुलिस विभाग को गुमराह

अयोध्या। कचहरी का बाबू मनोज कुमार जो माननीय अतिरिक्त न्यायालय महोदय फैजाबाद अयोध्या के यहां बाबू पद पर कार्यरत हैं और चंद्रशेखर तिवारी बढई का पुरवा सहादतगंज अयोध्या में किराए का कमरा लेकर रह रहा है। इनके बगल ही श्री राम एडवोकेट किराए पर रहते हैं।
सूत्रों से ज्ञात हुआ कि मनोज एक साल पहले कौशलपुरी में किराए पर रह कर अपनी औरत को किसी दूसरे से प्रेम करते देखा, तो कार में बैठाया और कहा शादी में चलना है। कार में ले जाकर उसको जान से मार कर थाना पूरा कलंदर क्षेत्र में फेंक दिया और जब पुलिस विभाग ने पकड़ना चाहा, तो जज लोगों से हाथ पैर जोड़कर बचने हेतु निवेदन किया और जज साहब से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस विभाग को फोन करवा दिया, तब मनोज कुमार की जान बची। तब से मनोज कुमार का मनोबल बढ़ गया और अनेक अपराधियों को जज साहब द्वारा फोन करवा कर बचाता रहा।
27 जुलाई 25 को सायंकाल 7:00 बजे प्रतिमा चौरसिया व अंजनी, आरती को लात घूसों से मारने लगी। पति श्री राम बीच बचाव करने आए तो उन्हें प्रतिमा चौरसिया ने सर में डंडे से मारा, श्री राम ने जिला चिकित्सालय अयोध्या में सीटी स्कैन करवाया तो सिर के दाहिने तरफ ऊपर चोट पाई गई और श्री राम ने थाना कैंट में प्रार्थना पत्र दिया व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन मनोज कुमार ने जज साहब से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या को फोन करवा दिया, जिससे श्री राम का एफआईआर नही लिखा गया। उल्टे मनोज कुमार के कहने पर महिला प्रतिमा चौरसिया व अंजनी द्वारा श्री राम को रेप में फंसाने हेतु साजिश किया। मनोज कुमार द्वारा किए गए इस कृत्य को संज्ञान में लेकर इनके मोबाइल नं पर सीडीआर द्वारा खुफिया विभाग से जांच करवाई जाए तो मनोज कुमार की असलियत का खुलासा होगा।