Nagpur:नागपुर के महाल और हंसपुरी इलाके में हिंसा नकाबपोश भीड़ ने सीसीटीवी तोड़े और वाहनों को लगायी आग

नागपुर मे रात साढ़े 10 से साढ़े 11 बजे के बीच भीड़ ने हमला बोल दिया पथराव किया और वाहनों में आग लगा दी। लोगों को पीटा।
भीड़ ने अपने चेहरे ढके हुए थे और उन्होंने सबसे पहले सीसीटीवी कैमरों को निशाना बनाकर तोड़ा। उसके बाद से लोगों के घरों में घुसने की कोशिश करने लगे।
पुलिस घटना के एक से डेढ़ घंटे बाद पहुंची।यह कहना है उन प्रत्यक्षदर्शियों का जो नागपुर में हिंसा के बाद अब तक दहशत में हैं।अशांति फैलाने के आरोप में 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
नागपुर हिंसा के पीछे की असली वजह अफ़वाहें थीं। संभाजी नगर में मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब की कब्र को हटाने की मांग करने वाले एक दक्षिणपंथी समूह द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था।
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कुरान को जला देने की अफवाह फैल गई। यह विरोध प्रदर्शन विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे समूहों द्वारा आयोजित किया गया था।
जिन्होंने कथित तौर पर कलमा लिखा कपड़ा जला दिया था। वे औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग कर रहे थे। इससे मुस्लिम समूहों में व्यापक आक्रोश फैल गया।
अफवाह के बाद मध्य नागपुर में तनाव हो गया। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया। हिंसा में चार लोग घायल हो गए।