BRICS से तिलमिलाए डोनाल्ड ट्रंप, 10 परसेंट एक्स्ट्रा टैरिफ की दे रहे धमकी, इतना क्यों डर रहा अमेरिका ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक तरफ ब्राजील में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit 2025) में हिस्सा लिया, वहीं दूसरी तरफ डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने अब बड़ी धमकी दे दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार को ब्रिक्स देशों को लेकर एक बड़ा बयान देकर पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया. ट्रंप ने चेतावनी दी है कि जो भी देश ब्रिक्स की ‘अमेरिका विरोधी नीतियों’ के साथ खुद को जोड़ते हैं, उन पर 10% का अतिरिक्त आयात शुल्क यानी टैरिफ लगाया जाएगा. यह बयान उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर साझा किया. डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा, ‘ब्रिक्स की अमेरिका विरोधी नीतियों से जुड़ने वाले किसी भी देश पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा. इस नीति में कोई अपवाद नहीं होगा. इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद!’
हालांकि, ट्रंप ने इस बयान में यह स्पष्ट नहीं किया कि वह ‘अमेरिका विरोधी नीतियां’ किसे मानते हैं. यही कारण है कि इसके व्याख्या को लेकर भ्रम की स्थिति है. हालांकि उन्होंने जिस अपवाद की बात की है वह सीधे तौर पर भारत है. दरअसल भारत कई बार अपने हितों के लिए ऐसे कमद उठाता रहा है, जो अमेरिका को पसंद नहीं आए हैं. लेकिन अमेरिका न चाहते हुए भी उसे छूट देता रहा है. रूस से एस-400 खरीदना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, जहां अमेरिका ने भारत पर प्रतिबंध नहीं लगाए. ऐसे में ट्रंप इस तरह की चेतावनी सीधे भारत को दे रहे हैं.
ब्रिक्स ने टैरिफ पर किया पलटवार
डोनाल्ड ट्रंप की इस धमकी के ठीक एक दिन पहले, ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका प्लस) के नेताओं ने अमेरिका की ‘मनमानी’ टैरिफ नीति की आलोचना की थी. रियो डी जेनेरियो में संपन्न हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद जारी संयुक्त बयान में उन्होंने कहा- ‘हम उन एकतरफा टैरिफ और गैर-टैरिफ कदमों पर गहरी चिंता जताते हैं जो वैश्विक व्यापार को प्रभावित करते हैं और WTO के नियमों के खिलाफ हैं.’ ब्रिक्स नेताओं ने बिना ट्रंप का नाम लिए उनके हालिया फैसलों को वैश्विक आर्थिक स्थिरता के लिए खतरा बताया. यह साफ है कि ट्रंप की नीति न केवल साझेदार देशों को असहज कर रही है बल्कि वैश्विक बाजारों को भी झटका दे रही है.
PM मोदी ब्रिक्स में शामिल हुए
पांच देशों की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ब्राजील पहुंचे, जहां उन्होंने रियो डी जेनेरियो में 17वें BRICS शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया. सम्मेलन को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए उन्होंने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा का आभार जताया और इंडोनेशिया के BRICS में शामिल होने पर बधाई दी. पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल साउथ को दशकों से वैश्विक मंचों पर नजरअंदाज किया गया है और 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए संस्थानों में ठोस और व्यापक सुधार की जरूरत है.