निरंतर बरसात में जलनिकासी के लिए जुटे रहे नगर निगम कर्मी, शिकायत के लिए इस नंबर पर करें संपर्क…

गंगा के वॉटर लेवल में बढ़ोतरी के साथ-साथ पटना के विभिन्न इलाकों में जल निकासी की व्यवस्था चुनौतीपुर्ण हो गयी है। ऐसे में जल निकासी के लिए और तत्परता से काम करने का निर्देश दिया गया है।
निरंतर बरसात के दौरान पटना नगर निगम एवं बुडको की टीम अलर्ट मोड में है। रात्रि में जहां सड़कों एवं संप हाउस में कर्मी अलर्ट मोड में जलनिकासी सुनिश्चित कर रहे। वहीं बरसात के दौरान ही माननीय पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन एवं नगर आयुक्त सह बुडको एमडी अनिमेश पराशर द्वारा रविवार को पटना के विभिन्न क्षेत्रों में जल निकासी की स्थिति का जायजा लिया गया। निरीक्षण के क्रम में माननीय पथ मंत्री द्वारा संबंधित अधिकारियों को जल निकासी की व्यापक व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने एवं अलर्ट मोड पर काम करने का निर्देश दिया गया।
– इसके साथ ही उन्होंने कह कि गंगा के वॉटर लेवल में बढ़ोतरी के साथ-साथ पटना के विभिन्न इलाकों में जल निकासी की व्यवस्था चुनौतीपुर्ण हो गयी है। ऐसे में जल निकासी के लिए और तत्परता से काम करने का निर्देश दिया गया है।
– ड्रेनेज पम्पिंग स्टेशन (डीपीएस) पर चल रहे पम्प में कोई भी यांत्रिक या विद्युत त्रुटि नहीं रहे यह सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है।
– संप हाउस में भी बिजली आपूर्ति से जुड़ी कोई बाधा नहीं आए, इसको लेकर भी तैयार रहने को कहा गया है।
– पम्प का ससमय संचालन कराते रहने को लेकर अधिकारियों को कहा गया है। निरंतर डीपीएस की जल निकासी क्षमता एवं बैकअप मशीनों की जांच करते रहने का भी निर्देश दिया गया।
नगर आयुक्त द्वारा माननीय मंत्री जी को जानकारी दी गई कि पिछले एक हफ्ते से टीम के सतत प्रयास के कारण पटना के विभिन्न इलाकों में बरसात के बाद अधिकतम इलाकों में न्युनतम समय अंदर जल निकासी की जा रही है। तेज बरसात के बीच भी पटना नगर निगम की टीम अलर्ट मोड में शहर में एक्टिव है। इसके साथ ही पदाधिकारियों एवं क्यूआरटी ( क्विक रिस्पांस टीम) द्वारा शहर के विभिन्न इलाकों का भ्रमण कर जलनिकासी सुनिश्चित किया जा रहा है। गौरतलब हैं कि पटना नगर निगम की त्वरित कार्यवाही एवं अलर्ट मोड में पदाधिकारियों के रहने के कारण इलाकों में जलजमाव की समस्या नहीं हो यह सुनिश्चित किया जा रहा है।इसके साथ ही नगर आयुक्त सहित सभी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी एवं नगर प्रबधकों द्वारा शहर में निरीक्षण कर जलनिकासी की मॉनिटरिंग भी की जा रही है।