सीजफायर क्यों करना पड़ा.. हम पाकिस्तान को सबक सिखा सकते थे… ऑपरेशन सिंदूर पर अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद के मानसून सत्र में लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही चर्चा के दूसरे दिन अपनी राय रखी. अपना संबोधन शुरू करने से पहले अखिलेश यादव ने एक शायरी सुनाई. उन्होंने कहा, ‘मैं बीजेपी के लिए सुनाना चाहता हूं. मैं दुनिया को मनाने में लगा हूं. मेरा घर मुझसे रुठा जा रहा है.’ इसके अलावा अखिलेश यादव ने यह भी कहा, ‘मैं सबसे पहले सेना का आभार जताना चाहता हूं. मुझे अपनी सेना पर गर्व है.’
अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर सरकार को सीजफायर क्यों करना पड़ा. सुरक्षा में चूक के लिए जिम्मेदार कौन है? इसके अलावा अखिलेश यादव ने कहा कि हम पाकिस्तान को सबक सिखा सकते थे. पहलगाम हमला इंटेलिजेंस की नाकामी है. पहलगाम ने साबित किया है कि लापरवाही जा ले सकती है. वहीं केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि इनके मित्र ने सीजफायर का ऐलान किया है. अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि किस दबाव में सीजफायर किया गया?
अखिलेश यादव द्वारा कही गई प्रमुख बातें..
पड़ोसी देश हमारे साथ खड़े नहीं हैं.
-ये विदेश नीति का संकटकाल है.
-सरकार को आर्थिक नीतियों पर विचार करना होगा.
-चीन से आतंकवाद के बराबर खतरा है.
-जनभावना से खिलवाड़ गलत है.
-सीमा के साथ सरकार समझौता ना करे.
-पहलगाम से पहले पुलवामा की घटना हुई.
-कूटनीतिक भागदौड़ कहीं हमारी कमजोरी तो नहीं उजागर कर रही?
-चीन से हमें सावधान रहना होगा, हमारा खतरा चीन से है. वो हमारी ना केवल जमीन बल्कि बाजार को भी छीन रहा है.
– आत्मनिर्भर का नारा कुछ व्यापरियों को लाभ पहुंचाने के लिए तो नहीं?
– याद रखें चीन राक्षस है, वो हमारी जमीन और बाजार दोनों छीन लेगा.
-हमारे डिफेंस को मजबूत करने से हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और मजबूत होगी. GDP का 3 प्रतिशत बजट डिफेंस का हो.
-सरकार डिफेंस एक्सपो के नाम पर निवेश मांगती है, लेकिन आत्मनिर्भर होने की बात पर हमारे देश की रक्षा के लिए हम खुद क्यों नहीं तैयार हो पा रहे.
-फौज को मैं बधाई देता हूं.. आतंकवादी मारे जाते हैं, हम सब पक्ष में हैं, लेकिन हर जगह राजनीतिक लाभ कौन उठा रहा है?
-देश के सभी दल आपके साथ हैं. आखिर आतंकियों का एनकाउंटर कल ही क्यों हुआ? अगर ये इतना ही तकनीक को जानते हैं तो आखिर पुलवामा में जो गाड़ी में आरडीएक्स आया, वो गाड़ी आजतक क्यों नहीं पकड़ी गई?
-अगर आज भी भाजपा चाहे तो पुलवामा में जो गाड़ी आई, सैटेलाइट इमेजों से पता लगा सकती है कि वो कहां से आई?
पीओके, अक्साई चीन छह महीने में लेने के दावे किए गए. उस वक्त भारत का क्षेत्रफल क्या था और आज क्या है?
-हम जंग के खिलाफ हैं, लेकिन सीमा पर शांति रहे. कोई अतिक्रमण हमारी सीमा, जमीन पर ना करें.
-लड़ाई जो लड़ी गई है वो आपको चीन से लड़नी पड़ी थी.
– राफेल जिनकी नींबू मिर्च लगाकार पूजा की गई थी, वो जंग में कितने उड़े थे?
-हमें अपनी एयरफोर्स पर गर्व है. हम समाजवादियों ने ही ऐसी सड़कें बनाईंं कि इमरजेंसी में इन एयरफ्राक्ट्स को सड़कों पर उतारा जा सके.
-जिस सड़क पर हमारे देश के प्रधानमंत्री हरक्यूलिस विमान से उतरे थे, उसे समाजवादियों ने ही डिजाइन किया था.
-सीजफायर के बाद भी ड्रोन आ रहे थे पाकिस्तान से, सरकार को ये भी मानना होगा. सीजफायर किसके दबाव में किया गया?
-इंटेलिजेंस फेलियर की जिम्मेदारी किसकी है, 2014 के बाद हमारा क्षेत्रफल कितना है, चीन से निपटने की हमारी तैयारी कितनी है?