सामने आई अहमदाबाद प्लेन क्रैश की असल वजह! सिम्युलेशन टेस्ट के बाद हुआ बड़ा खुलासा, जल्द आ सकती है AAIB की रिपोर्ट

12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए टेकऑफ हुए एयर इंडिया के प्लेन के क्रैशन होने की असल वजह क्या थी, यह जानने के लिए लगभग पूरे देश में बेचैनी है. क्रैश होने वाला प्लेन बोइंग 787 ड्रीमलाइनर था. अब प्लेन क्रैश की जांच में एक नया खुलासा हुआ है. इस खुलासे का आधार एयरलाइंस द्वारा कराया गया एक अहम टेस्ट है. इस टेस्ट के बाद प्लेन क्रैश की वजह दोनों इंजन फेल होना माना जा रहा है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया के पायलटों ने एक सिमुलेशन टेस्ट में उस प्लेन की उड़ान की परिस्थितियों को दोहराने की कोशिश की. इस टेस्ट में उन्होंने लैंडिंग गियर नीचे और विंग फ्लैप्स को बंद करके देखा, जैसा कि हादसे के समय था. लेकिन सिमुलेशन में पाया गया कि केवल ये सेटिंग्स हादसे का कारण नहीं थीं. इससे जांच का ध्यान अब तकनीकी खराबी की ओर गया है.
रिपोर्ट के अनुसार, मलबे की जांच से पता चला कि टेकऑफ के दौरान प्लेन को उड़ान भरने में मदद करने वाले विंग फ्लैप्स और स्लैट्स सही ढंग से काम कर रहे थे. लेकिन टेकऑफ के कुछ ही पल बाद पायलटों ने मेडे सिग्नल भेजा था. जांच से जुड़े दो लोगों ने बताया कि मेडे सिग्नल और प्लेन के जमीन से टकराने के बीच केवल 15 सेकंड का अंतर था. फिलहाल, इस हादसे की जांच प्लेन दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) कर रहा है.
माना जा रहा है कि इस हफ्ते के अंत या अगले हफ्ते की शुरुआत में एएआईबी अपनी पहली आधिकारिक रिपोर्ट जारी कर सकता है, जिसमें प्लेन क्रैश से जुड़ी जांच में अब तक सामने आए तथ्य और उनके आधार पर लिए गए निष्कर्षों का खुलासा हो सकेगा
इस बीच, एयर इंडिया ने हादसे के बाद अपनी पहली बोर्ड मीटिंग की है. इस मीटिंग में चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को हादसे के बारे में जानकारी दी है. आपको बता दें कि अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहे फ्लाइट AI-171 में सवार 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से केवल एक व्यक्ति को छोड़कर बाकी सभी 270 लोगों की मौत हो गई थी. यह टाटा समूह ने इस त्रासदी के बाद मृतकों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. यह हादसा न केवल एयर इंडिया बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा झटका है. जांच पूरी होने पर यह साफ हो पाएगा कि आखिर इस हादसे का असली कारण क्या था. तब तक, सभी की नजरें एएआईबी की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो इस हादसे के रहस्यों को सुलझाने में मदद कर सकती है.