पंजाब, गुजरात में जीत से गदगद केजरीवाल, बताया फ्यूचर प्लान, याद दिलाया 2027

देश के कुछ विधानसभा उप चुनावों के नतीजे सामने आ गए हैं. इनमें से 2 सीटों पर जीत से आम आदमी पार्टी गदगद है. आम आदमी पार्टी ने पंजाब में लुधियाना वेस्ट और गुजरात की विसावदर सीट से जीत हासिल की है. इस पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब की जनता ने AAP के कामों पर मुहर लगाई है. केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में रूलिंग पार्टी बीजेपी है. जिस तरह से साम-दाम-दंड-भेद लगाकर बीजेपी चुनाव लड़ती है, उनसे गुजरात में जीत पाना मुश्किल है. अगर विसावदर में डबल मार्जिन से लोगों ने जिताया है तो पता चलता है लोग कितने त्रस्त हो चुके हैं.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में AAP लोगों के लिए एक उम्मीद है. 2022 में गुजरात में कांग्रेस को 17 और AAP को 5 सीट सीटें मिलीं थीं. कांग्रेस के पांच विधायक बीजेपी में गए थे. इन सभी पांचों सीटों पर कांग्रेस हारी. लेकिन हमारी एक सीट से विधायक बीजेपी में गए थे लेकिन वो सीट हमने फिर बीजेपी से छीन ली. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस का अब बीजेपी की कठपुतली बनकर रह गई है. दिल्ली में देखा कि किस तरह कांग्रेस ने बीजेपी की मदद की. विसावदर में भी कांग्रेस ने बीजेपी का साथ दिया. केजरीवाल ने कहा कि आज कांग्रेस के आम कार्यकर्ता से कहना चाहता हूं कि वो कभी बीजेपी को हराएगी.
वहीं पश्चिम बंगाल के नादिया जिले स्थित कालीगंज विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार अलीफा अहमद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार आशीष घोष को 50,049 मतों के अंतर से हराया है. निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर सोमवार को मतगणना के आंकड़ों से यह जानकारी मिली. अलीफा अहमद ने अपने पिता नसीरुद्दीन अहमद के 2021 के जीत के अंतर को बेहतर किया, जिनके इस साल फरवरी में निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी. निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के मुताबिक, अंतिम चरण की मतगणना के बाद अलीफा को 1,02,759 वोट मिले, जबकि घोष को 52,710 वोट मिले.
वाम दलों द्वारा समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार काबिल उद्दीन शेख 28,348 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. अलीफा अहमद को 2021 में पिता को मिले कुल 1,11,696 मतों से लगभग 9,000 कम मिले, लेकिन उनकी जीत का अंतर चार साल पहले नसीरुद्दीन के 46,987 वोटों के अंतर से अधिक है. मतगणना केंद्र के बाहर अलीफा ने अपनी जीत का श्रेय ‘‘लोगों के प्यार’’ को दिया और ‘‘ममता बनर्जी की विकास की राजनीति में विश्वास जताने’’ के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. अलीफा ने भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के दावे के जवाब में कहा, ‘‘मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि हिंदुओं ने हमें वोट नहीं दिया है. हमें अपने निर्वाचन क्षेत्र के कुछ हिंदू बहुल इलाकों से महत्वपूर्ण बढ़त मिली है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने किसी विशेष समुदाय के मतों को लक्षित नहीं किया. हमने सभी मतदाताओं से संपर्क किया और परिणाम दर्शाते हैं कि उनका स्पष्ट जनादेश बंगाल में किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक विभाजन को बर्दाश्त नहीं करने का है.’’