दिल्ली में ई-रिक्शा कर रहे हैं 120 करोड़ की बिजली चोरी उड़ा रहे है नियमों की धज्जिया

राजधानी में बीजेपी की वापसी के बाद सीएम रेखा गुप्ता ने एक नया ऐलान किया था,जिसको लेकर उसको राजधानी में लागू करने की बात कही गई है। दरअसल सीएम का कहना है कि दिल्ली में ब़ढ़ते प्रदूषण को देखते हुए अब सीएनजी ओटो के इलेक्ट्रिक ओटो में बदला जाएगा। लेकिन इससे पहले ही इन सभी वाहनों को लेकर सीएम ने सर्वे करने की बात कही है। जिसको लेकर अभी हाल ही में सर्वे सामने आया है। जिसमें ई-रिक्शा की स्रर्वे भी शामिल किया गया। जिसको लेकर अज बड़ा खुलासा आज स्रर्वे की टीम द्वारा किया गया है।
आग की घटना मे हो रही है वृद्धि
वही आपको बता दें कि दिल्ली में ई-रिक्शा द्वारा 120 करोड़ की बिजली में घोटाला किया जा रहा है। इस दौरान लगभग 1.6 लाख ई-रिक्शा में से 60% चोरी की बिजली से चार्ज हो रहे हैं, जिससे हर साल बिजली कंपनियों को 120 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। नियमों का उल्लंघन करते हुए, चार्जिंग स्टेशन नहीं बनाए गए हैं और अवैध कनेक्शनों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं।
दरअसल, राजधानी दिल्ली में करीब 1.6 लाख ई-रिक्शे हैं और हर दिन ये संख्या उनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है। जिनमें से बात करें इनमें घोटाला या चोरी की वारदात की संभावनाओं को जांचने की तो 60 प्रतिशत ई-रिक्शे चोरी की बिजली से चार्ज हो रहे हैं। न तो नियमों के मुताबिक चार्जिंग स्टेशन बनाए गए और न ही चार्जिंग पॉइंट के लिए किसी ने वैध कनेक्शन लिया है। इसके साथ ही लो वोल्टेज लाइनों से एक साथ कई ई-रिक्शा चार्ज होने के चलते आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं। वहीं ई-रिक्शों में लगी घटिया बैटरी भी आग लगने का कारण बन रही हैं। इससे राजधानी में आग की संभवनाएं बढ़ती जा रही है। इतना ही नही बिजली कंपनियों का दावा सामने आया है कि पिछले एक साल के दौरान 200 ई-रिक्शा चार्जिंग लोकेशन बुक किए गए हैं। दिल्ली में सिर्फ 4 हजार ई-रिक्शा ओनर ने चार्जिंग पॉइंट कनेक्शन ले रखा है।
जानिए क्या नियम तय किए गए
दरअसल, बिजली कंपनियों के अनुसार ई-रिक्शा चार्जिंग पॉइंट के लिए डीईआरसी ने नियम तय किए हैं और कमर्शल कैटिगरी में बिजली कनेक्शन लेने के लिए कहा गया है। वहीं इस कैटिगरी में कनेक्शन जारी करने के बाद भी बिजली दरें कम रखी गई है, ताकि लोग चार्जिंग पॉइंट बनाने के लिए वैध कनेक्शन लें। इसके बावजूद भी ई-रिक्शा में कही न कही घोटाले की संभावनाएं साफ तौर पर नजर आ रही है। वहीं माफिया ने लो वोल्टेज लाइनों से चोरी छिपे कनेक्शन लेकर चार्जिंग पॉइंट्स बना रखे हैं और यहां एक साथ कई ई-रिक्शा चार्ज कर रहे हैं। लो-वोल्टेज लाइनों से एक साथ कई ई-रिक्शा चार्ज होने के चलते आग की घटनाएं बढ़ रही हैं। तो वहीं दूसरी, वजह यह है कि अब आने वाले ई-रिक्शा में लगी घटिया बैटरी है, जो चार्ज करते समय फट रही है। जिससे आग लगने की संभावनाएं और भी अधिक हो गई है। ऐसे में बिजली कंपनियों का कहना है कि पिछले एक साल के दौरान 200 ऐसे लोकेशन को बुक किया गया है, जहां ई-रिक्शा चोरी की बिजली से चार्ज हो रहे थे। जहां भी चोरी से ई-रिक्शा चार्ज होने की सूचना बिजली कंपनी को मिलती है, वहां छापेमारी की जाती है।