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भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 634.59 अरब डॉलर पर पहुंचा, स्वर्ण भंडार में 824 मिलियन डॉलर की वृद्धि

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार मजबूती की ओर बढ़ रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 5 जनवरी 2025 को समाप्त सप्ताह में बढ़कर 634.59 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।

इस दौरान स्वर्ण भंडार में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, स्वर्ण भंडार 824 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 46.94 अरब डॉलर तक पहुंच गया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में देश की स्थिति को मजबूत करता है।

विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण

विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी का मुख्य कारण विदेशी निवेश में वृद्धि, आयात-निर्यात व्यापार में सुधार और डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की स्थिरता को माना जा रहा है। इसके अतिरिक्त, भारतीय रिजर्व बैंक की प्रभावी नीतियों ने भी इस वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

आर्थिक विशेषज्ञों की राय

आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह का मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार न केवल आयात वित्तपोषण के लिए मददगार होता है, बल्कि वैश्विक वित्तीय संकटों से निपटने में भी सहायक होता है। इसके अलावा, यह विदेशी निवेशकों के लिए भारत को एक आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित करता है।

निष्कर्ष

विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार में यह बढ़ोतरी भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाती है। यह न केवल आर्थिक स्थिरता बनाए रखने में सहायक होगा, बल्कि देश की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साख को भी बढ़ाएगा।

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