मेरठ कैपिटल में महिला की माैत हो गयी। लिफ्ट के दरवाजे के बाहर महिला की गर्दन लटकी थी और उसका आधा शरीर अंदर लिफ्ट में लटका हुआ था।
हॉस्पिटल की व्यवस्था भी पूरी तरह चौपट हो गई। महिला को बचाने की बजाए हॉस्पिटल का स्टाफ भाग गया।बच्ची को जन्म देने के बाद दूसरी मंजिल से ऑपरेशन थियेटर से स्ट्रेचर पर लिटाकर करिश्मा को वार्ड बॉय और नर्स लिफ्ट के पास पहुंचे।
उसमें दो युवक पहले से ही खड़े थे। स्ट्रेचर को स्टाफ लिफ्ट के अंदर कर रहा था तभी लिफ्ट गिर गई। स्ट्रेचर पर लेटी करिश्मा की गर्दन लिफ्ट के बाहर और आधा शरीर अंदर लटक गया।
करिश्मा की चीख-पुकार मची तो तीमारदार भी दौड़कर पहुंच गए। तीमारदार करीब 50 मिनट तक चिल्लाते रहे और हॉस्पिटल में अफरा-तफरी मची रही।
30 मिनट के बाद फायरबिग्रेड की टीम पहुंची और 20 मिनट मशक्कत के बाद महिला को निकाला लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी।