हर किसी को नहीं मिलेगा जनरल डिब्बे का टिकट, बदलने वाले हैं नियम, इस स्टेशन पर चल रहा ट्रायल

भारतीय रेलवे ने हाल ही में दो बड़े फैसले लिए. यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे ने सभी कोच और रेल इंजन में सीसीटीवी कैमरे लगान के बड़ा फैसला किया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सभी 74 हजार डिब्बों और 15 हजार इंजनों में कैमरे लगाए जाएंगे. कैमरे के साथ माइक्रोफोन भी लगाया जाएगा. हर इंजन के कुल 6 कैमरे लगाए जाएंगे. सभी कैमरे एडवांस सिस्टम से लैस होंगे. ये कैमरे 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की अधिक स्पीड और कम रोशनी में भी अच्छे फुटेज उपलब्ध करा सकेंगे. हालांकि कैमरे इस तरह से लगाए जाएंगे कि यात्रियों की निजता बनी रहे. कैमरे लग जाने से शरारती तत्वों की पहचान होगी. भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव किया है.
15 जुलाई 2025 से बुकिंग करने के लिए IRCTC की वेबसाइट या ऐप पर आधार ओटीपी की जरूरत होगी. दरअसल, रेलवे तत्काल टिकट बुकिंग में पारदर्शिता लाना चाहता है. दलालों या फर्जी एजेंट्स की मनमानी पर रोक लगाने के लिए यह कदम उठाया है. रेलवे ट्रेनों में चढ़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भी एक और बड़ा फैसला लेने की तैयारी कर रहा है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पायलट प्रोजेक्ट का ट्रायल चल रहा है.
पायलट प्रोजेक्ट के मुताबिक, अनारक्षित कोच में 150 यात्रियों को ही टिकट मिलेगा. जो सॉफ्टवेयर इस ट्रायल के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, वह केवल उस ट्रिन की टिकट गिनता है, जो अगले तीन घंटे में चलने वाली हैं. अगर ट्रायल सफल रहा तो इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा. दरअसल, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ के दौरान फरवरी में हादसा हो गया था. तब से स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. रेलवे ने एसी और स्लीपर ट्रेन के लिए जारी होने वाले टिकटों की संख्या भी तय कर दी है. फिलहाल अनरिजर्व्ड टिकटों की बिक्री को सीमित करने के लिए कोई नियम नहीं है. इनकी बिक्री लगातार होती रहती है. कई बार तो अनारक्षित कोच में 350 से ज्यादा यात्री घुस जाते हैं.
सिर्फ 150 अनारक्षित टिकट ही जारी होंगे
अगर प्रयोग सफल रहा तो प्रत्येक अनारक्षित कोच में सिर्फ 150 टिकट जारी होंगे. बीच के स्टेशनों पर कोच की क्षमता के मुताबिक, केवल 20 फीसदी टिकट जारी हो सकेंगे. इसे एक उदाहरण से समझते हैं. अगर एक ट्रेन में चार कोच अनारक्षित हैं तो उसमें सिर्फ 600 टिकट ही जारी हो सकेंगे.
तीन घंटे में चलने वाली टेनों के लिए बनेंगे अनारक्षित टिकट
ट्रायल के लिए इस्तेमाल सॉफ्टवेयर तीन घंटे में चलने वाली टेनों के अनारक्षित टिकटों की गिनती करता है. मान लीजिए, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से पटना के लिए अगले तीन घंटे में चार ट्रेनें रवाना होने वाली हैं. हर ट्रेन में अगर चार डिब्बे अनारक्षित हैं तो कुल 16 कोच के लिए टिकट जारी होंगे. इनकी संख्या 2400 से ज्यादा नहीं होगी. इसके बाद जनरल टिकट बनना बंद हो जाएंगे.
थर्ड एसी वालों यात्रियों को मिलेगी राहत
अभी अनारक्षित टिकट वाले यात्री थर्ड एसी कोच में घुस जाते हैं. भीड़ के चलते सबसे ज्यादा परेशानी का सामना थर्ड एसी वालों को ही उठाना पड़ता है. सोशल मीडिया पर आए दिन तस्वीरें वायरल होती हैं कि थर्ड एसी जनरल कोच बन गया है. अनारक्षित टिकट का नियम बन जाने से थर्ड एसी वाले यात्रियों को भी राहत मिलेगी.