हरक सिंह रावत का बयान: जमीन मामले की दो सरकारों ने कराई जांच, ईडी की कार्रवाई पर भी उठाए सवाल

उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता हरक सिंह रावत ने एक बार फिर खुद पर लगे आरोपों को नकारते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिस सौ बीघा जमीन को लेकर उनके खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं, उस मामले की जांच पूर्व में दो-दो सरकारें कर चुकी हैं। पहली बार इस मामले की जांच भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही हुई थी। लेकिन उस समय भी जांच में कुछ नहीं निकला था।
हरक सिंह ने कहा कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने केंद्र की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “देशभर में ईडी ने अब तक 198 नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं, लेकिन इन मामलों में ज्यादातर अदालत में टिक नहीं पाए और गिर गए।”
उन्होंने कहा कि यह सब राजनीति से प्रेरित कार्रवाइयां हैं, जिनका उद्देश्य विपक्षी नेताओं को डराना और बदनाम करना है। हरक सिंह रावत ने यह भी कहा कि वह सभी जांचों का सामना करने को तैयार हैं, लेकिन सच्चाई को कोई नहीं छिपा सकता। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सच्चाई का साथ दें।