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स्वतंत्रता दिवस के आगमन से पहले ही दिल्ली में प्रशासन हुआ अलर्ट, दिल्ली मेट्रों में भी किए गए खास बदलाव 

स्वतंत्रता दिवस 2025 के आने में बस अब कुछ ही दिन बचे है ऐसे मेे दिल्ली पुलिस और प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट मोड पर है. राजधानी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस ने कड़े कदम उठाए हैं।

दिल्ली पुलिस आयुक्त एसबीके सिंह द्वारा जारी आदेश में 2 अगस्त से 16 अगस्त 2025 तक पैरा-ग्लाइडर्स, पैरा-मोटर्स, हैंग-ग्लाइडर्स, माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट, हॉट एयर बलून, छोटे साइज के पावर्ड एयरक्राफ्ट, क्वाडकॉप्टर्स व विमान से पैराशूट जंपिंग आदि पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।

भारतीय नगरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत आदेश

दिल्ली पुलिस द्वारा यह आदेश भारतीय नगरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत जारी किया गया है. इस आदेश में कहा गया है कि खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ आपराधिक, असामाजिक और आतंकी तत्व देश की सुरक्षा, आम जनता और वीआईपी लोगों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से इन सब-कनवेंशनल एरियल प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.इस आशंका को देखते हुए कई ठोस कदम उठाए गए है।

दिल्ली में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इस बार भी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने सुरक्षा जांच को और सख्त करने का फैसला किया है।

DMRC के अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो के प्रमुख स्टेशनों पर सुरक्षा जांच बढ़ा दी गई है और जल्द ही यह व्यवस्था अन्य स्टेशनों पर भी लागू की जाएगी।

इस बार भी रहेंगे सख्त इंतजाम

इसका सीधा असर यात्रियों पर पड़ सकता है. खासकर पीक ऑवर्स यानी सुबह-शाम ऑफिस के समय मेट्रो स्टेशनों पर लंबी कतारें लगने की संभावना है. ऐसे में DMRC ने यात्रियों से अपील की है कि वे समय का ध्यान रखें और चेकिंग प्रक्रिया में सहयोग करें. यदि जरूरी हो, तो तय समय से थोड़ी जल्दी मेट्रो स्टेशन पहुंचें।

DMRC हर साल स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और अन्य खास मौकों पर सुरक्षा कड़ी करता है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी को रोका जा सके. अधिकारियों के मुताबिक इस बार भी उसी तरह के सख्त इंतजाम किए जा रहे हैं।

मेट्रो में तकनीकी काम भी तेजी पर

सिर्फ सुरक्षा ही नहीं, बल्कि दिल्ली मेट्रो अपने फेज-4 प्रोजेक्ट पर भी तेजी से काम कर रहा है. हाल ही में DMRC ने तुगलकाबाद और तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी के बीच बनने वाली भूमिगत सुरंग का निर्माण पूरा कर लिया है. यह सुरंग एयरोसिटी से तुगलकाबाद तक बनने वाले कॉरिडोर का हिस्सा है।

यह टनल करीब 18 मीटर गहराई में बनाई गई है, जिसमें 559 रिंग्स लगाए गए हैं और हर रिंग का आंतरिक व्यास 5.8 मीटर है. इस सुरंग को EPBM यानी अर्थ प्रेशर बैलेंसिंग मेथड से तैयार किया गया है, जो कि सुरंग निर्माण की आधुनिक और सुरक्षित तकनीक मानी जाती है. टनल के कंक्रीट रिंग्स दिल्ली के मुंडका इलाके में बने विशेष यांत्रिक कास्टिंग यार्ड में तैयार किए गए थे और उन्हें स्टीम क्योरिंग से मजबूती दी गई।

फेज-4 प्रोजेक्ट के तहत कुल 40 किलोमीटर से ज्यादा की भूमिगत लाइन बिछाई जा रही है, जिसमें सिर्फ एयरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर में ही करीब 19 किलोमीटर की अंडरग्राउंड लाइन शामिल है. यह दिल्ली मेट्रो की कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगा।

saamyikhans

former crime reporter DAINIK JAGRAN 2001 and Special Correspondent SWATANTRA BHARAT Gorakhpur. Chief Editor SAAMYIK HANS Hindi News Paper/news portal/

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