अंतरराष्ट्रीय

जापान और रूस में मची तबाई, 4 मीटर तक उठी ऊंची लहरें

रूस के सुदूर पूर्व में 8.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसने उत्तरी प्रशांत क्षेत्र में सुनामी ला दी और अलास्का, हवाई और दक्षिण में न्यूजीलैंड तक चेतावनी जारी कर दी गई.

रूस के तटीय क्षेत्र में दुनिया के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक आया है. बुधवार तड़के रूस के सुदूर पूर्व में 8.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसने उत्तरी प्रशांत क्षेत्र में सुनामी ला दी और अलास्का, हवाई और दक्षिण में न्यूजीलैंड तक चेतावनी जारी कर दी गई. चलिए आपको बताते हैं कि इस शक्तिशाली भूकंप की वजह से अबतक कहां-कहां सुनामी आ गई है।

रूस ने भूकंप से मची तबाही

रूस के कामचटका प्रायद्वीप पर भूकंप के केंद्र के निकटतम रूसी क्षेत्रों में क्षति और लोगों को बाहर निकालने की सूचना मिली थी। स्थानीय गवर्नर वालेरी लिमारेंको के अनुसार, पहली सुनामी लहर प्रशांत क्षेत्र में रूस के कुरील द्वीप समूह की मुख्य बस्ती, सेवेरो-

कुरील्स्क के तटीय क्षेत्र में आई। प्रशांत क्षेत्र में कुरील द्वीप समूह पर सेवेरो कुरिल्स्क में एक बंदरगाह क्षेत्र में सुनामी लहर आने के बाद बाढ़ आ गई है। रूसी समाचार एजेंसियों ने क्षेत्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से कहा कि भूकंप के बाद कई लोगों ने कामचटका में चिकित्सा सहायता मांगी, लेकिन किसी के गंभीर घायल होने की सूचना नहीं है।

वहीं करे जापान की तो वहां मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि 16 स्थानों पर 40 सेंटीमीटर (1.3 फीट) तक ऊंची सुनामी देखी गई है. समुंद्र की लहरें प्रशांत तट के साथ- साथ होक्काइडो से लेकर टोक्यो के उत्तर-पूर्व तक दक्षिण की ओर बढ़ी हैं।

अधिकारियों ने सावधानी बरतने को कहा

अधिकारियों ने सावधानी बरतने का आग्रह करते हुए कहा कि बाद में बड़ी लहरें आ सकती हैं. जापान की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि अब तक किसी के घायल होने या क्षति की सूचना नहीं मिली है. एजेंसी ने सुनामी की चेतावनी के जवाब में, होक्काइडो से ओकिनावा तक जापान के प्रशांत तट के साथ 133 नगरपालिकाओं में 900,000 से अधिक निवासियों को निकालने की सलाह जारी की।

वास्तव में शरण लेने वाले लोगों की संख्या उपलब्ध नहीं थी। सुनामी की चेतावनी के बाद प्रशांत तटों पर स्थित जापानी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों (फुकुशिमा परमाणु संयंत्र भी शामिल) में काम रोक दिया गया है, कर्मचारियों को बाहर निकाल लिया गया है. लेकिन अभी तक कोई असामान्यता की सूचना नहीं मिली है।

जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, 30 सेंटीमीटर ऊंची पहली सुनामी लहर नेमुरो (होक्काइडो) के तट तक पहुंच चुकी है। वहीं, रूस की सेवेरो-कुरीलस्क बस्ती भी पहली लहर की चपेट में आ गई। हालांकि प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए निवासियों को ऊंचे स्थानों पर पहुंचाया और कोई जनहानि नहीं हुई। स्थानीय गवर्नर वालेरी लिमारेंको ने बताया कि लोग फिलहाल सुरक्षित हैं और खतरा पूरी तरह टलने तक सुरक्षित स्थानों पर ही रहेंगे।

saamyikhans

former crime reporter DAINIK JAGRAN 2001 and Special Correspondent SWATANTRA BHARAT Gorakhpur. Chief Editor SAAMYIK HANS Hindi News Paper/news portal/

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