उत्‍तर प्रदेशधर्म-कर्म

सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में चढ़ाई खिचड़ी, कहा- भगवान सूर्य के प्रति आभार व्यक्त करने का यह पर्व।

गुरु गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा पुरानी, त्रेतायुग से जुड़ा है इतिहास।

लोकेशन–गोरखपुर।

एंकर–उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मकर संक्रांति के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में प्रसाद के रूप में खिचड़ी चढ़ाई। इस दौरान उन्होंने पूरे प्रदेश वासियों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं। सीएम योगी ने सभी संतों, श्रद्धालुओं और भक्तों को मकर संक्रांति की बधाई भी दी।

वीओ—मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह भगवान सूर्य के प्रति आभार व्यक्त करने का पर्व और उत्सव है। सनातन धर्म के अनुयायी देश के विभिन्न हिस्सों में इस पर्व को अलग-अलग नामों से मनाते हैं। आज महाकुंभ के पहले अमृत स्नान का दिन है। देश और दुनिया में महाकुंभ के प्रति आकर्षण देखना अविश्वसनीय है। कल लगभग 1.75 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई।

बाइट–योगी आदित्यनाथ,मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार।

वीओ–आपको बता दे की गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर्व पर बाबा गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा युगों पुरानी है। भगवान सूर्य के प्रति आस्था से जुड़े इस पर्व पर खिचड़ी चढ़ाने का इतिहास त्रेतायुग से जुड़ा है। जिसका आज भी पूरी श्रद्धा के साथ निर्वाह किया जा रहा है।मान्यता के अनुसार, त्रेता युग में गुरु गोरक्षनाथ भिक्षा मांगते हुए हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के मशहूर ज्वाला देवी मंदिर गए। सिद्ध योगी को देख देवी साक्षात प्रकट हो गईं और गुरु को भोजन का आमंत्रण दिया। जब गुरु पहुंचे तो वहां मौजूद कई तरह के व्यंजन देख ग्रहण करने से इनकार कर दिया और भिक्षा में मिले चावल-दाल ही ग्रहण करने की बात कही।देवी ने कहा कि आप के द्वारा लाए गए चावल-दाल से ही भोजन कराऊंगी।उधर, उन्होंने भोजन बनाने के लिए आग पर पात्र में पानी चढ़ा दिया। वहां से गुरु भिक्षा मांगते हुए गोरखपुर चले आए। यहां उन्होंने राप्ती व रोहिणी नदी के संगम पर एक स्थान का चयन कर अक्षय पात्र रख दिया।

बाइट–बाइट–योगी आदित्यनाथ,मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार।

वीओ–उसी दौरान जब खिचड़ी यानी मकर संक्रांति का पर्व आया तो लोगों ने एक योगी का भिक्षा पात्र देखा तो उसमें चावल और दाल डालने लगे। जब काफी मात्रा में अन्न डालने के बाद भी पात्र नहीं भरा तो लोगों ने इसे योगी का चमत्कार माना।

गोरक्षपीठाधीश्वर से होती है खिचड़ी चढ़ाने की शुरुआत : मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी चढ़ाने की शुरुआत ब्रह्म मुहूर्त में गोरक्षपीठाधीश्वर द्वारा होती है, उसके बाद श्रद्धालुओं के खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला शुरू हो जाता है।

रिपोर्ट–रविन्द्र चौधरी/गोरखपुर/7860390005

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