विवाहिता को ससुराल छोड़ने गया युवक दो महीने से रहस्यमय तरीके से लापता,परिजनों को अप्रिय घटना की आशंका

*हत्या या बंधक बना लिया गया है रज्जन कुमार, लोगों में तरह तरह की चर्चा*
*गोंडा*
गोंडा जिले के अंतर्गत थाना कटरा बाजार अंतर्गत ग्राम गोड़वा निवासी युवक रज्जन कुमार दो महीने से लापता है और अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है। रज्जन 12 मई 2025 को अपनी भाभी को बिहार के बेगूसराय जिले के गांव लाखों स्थित ससुराल छोड़ने गया था,लेकिन इसके बाद से वह खुद अभी वापस नहीं लौटा। परिजनों ने रज्जन की हत्या या उसे बंधक बना लिए जाने की आशंका जताई है। परिजनों ने इस घटना को लेकर कटरा बाजार थाने में 16 मई को गुमशुदगी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न होने के चलते अब पूरा परिवार गहरे मानसिक तनाव और असमंजस में है। परिजनों के अनुसार, रज्जन की भाभी नीशू को उसके मायके बिहार छोड़ने जाना था, जिसे रज्जन बाई ट्रेन छोड़ने गया था। दोनों 12 मई की सुबह निकले और नीशू को बेगूसराय के लाखो गांव छोड़ने के बाद रज्जन वहां दो दिन रूका और फिर वापस आने लगा वापस आते समय हाजीपुर तक उसकी मोबाइल चालू थी और परिजनों से बात होती रही बराबर उसके बाद रज्जन के मोबाइल की लोकेशन और संपर्क दोनों बंद हो गए। उस दिन के बाद से रज्जन की कोई सूचना नहीं मिली। परिवार ने जब कई प्रयासों के बाद भी संपर्क नहीं हो पाया, तो 16 मई को कटरा बाजार थाने में लिखित शिकायत दी लेकिन परिजनों के अनुसार, पुलिस ने न तो सीसीटीवी खंगाले, न कॉल डिटेल्स की गहन जांच कराई और न ही रज्जन की तलाश के लिए बिहार पुलिस से समन्वय किया। रज्जन के पिता रामशंकर ने 11 जून को पुलिस अधीक्षक गोंडा को भी लिखित शिकायत सौंपी, लेकिन कोई भी सकारात्मक पहल नहीं हुई। आखिरकार अब उन्होंने देवीपाटन मंडल के पुलिस महानिरीक्षक को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है। उनका आरोप है कि पुलिस की इस लापरवाही ने परिवार को निराश और भयभीत कर दिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी फरियाद को हल्के में लिया जा रहा है,जबकि यह एक गंभीर आपराधिक मामला हो सकता है। रज्जन की मां और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। मां का कहना है कि जब भी घर का दरवाज़ा खुलता है, तो लगता है कि शायद रज्जन लौट आया हो। उसकी पत्नी लगातार दो महीने से उम्मीद लगाए बैठी है कि उसका पति सही-सलामत लौट आएगा। परिजन अब किसी अप्रिय घटना की आशंका में दिन-रात आंखें बिछाए बैठे हैं। उनका कहना है कि अगर समय रहते पुलिस ने सतर्कता दिखाई होती तो शायद रज्जन का अब तक कोई सुराग मिल चुका होता।
गांव और आस-पास के इलाकों में इस घटना को लेकर गहरी चिंता और नाराजगी है। ग्रामीणों का कहना है कि रज्जन एक मिलनसार और मेहनती युवक था,उसके साथ हुई यह घटना चौंकाने वाली है। सभी ने प्रशासन से मांग की है कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जांच कर उन्हें दंडित किया जाए और रज्जन की बरामदगी के लिए विशेष टीम गठित की जाए। अब सवाल यह उठता है कि क्या रज्जन जिंदा है क्या वह कहीं फंसा है या किसी साजिश का शिकार हुआ? परिजन अब भी उम्मीद और इंसाफ के इंतज़ार में हैं। वही परिवार वालों ने रज्जन का पता बताने वालों को उचित इनाम देने की घोषणा की है।