अंतरराष्ट्रीय

रूस में 72 साल बाद 8.8 की तीव्रता वाला भूकंप, सुनामी दिखाने लगी रौद्र रूप, अमेरिका-जापान तक खौफ

रूस में भूकंप और सुनामी से तबाही के संकेत मिल रहे हैं. रूस में आए भूकंप से अमेरिका-जापान तक हड़कंप मच गया है. रूस, जापान, कनाडा और अमेरिका समेत कई देशों में सुनामी का खतरा मंडरा चुका है. कई इलाकों में सुनामी अपना प्रलय वाला रूप दिखाना शुरू कर चुकी है. कई मीटर ऊंची लहरें उठ रही हैं. तटीय इलाकों को सुनामी ने अपनी गोद में समाना शुरू कर दिया है. अब सरकारें इवैक्यूएशन पर फोकस कर चुकी हैं. दरअसल, रूस के कैमचटका में बुधवार को 8.8 तीव्रता का भूकंप आया. यह भूकंप इतना खतरनाक था कि लोग सहम उठे. कई इमारतें गिर गईं. समंदर में हलचल मच गई. देखते ही देखते सायरन की आवाजें सुनाई देने लगीं. अब सवाल है कि यह भूकंप कहां आया, क्यों आया और वह जगह कैसी है?

रूस के कुरील द्वीप और जापान के बड़े उत्तरी द्वीप होक्काइडो के तटीय क्षेत्रों में बुधवार तड़के 8.8 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी आई. इससे पहले होनोलूलू में मंगलवार को सुनामी की चेतावनी के सायरन बजने लगे और लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए कहा गया.

-जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि लगभग 30 सेंटीमीटर ऊंची सुनामी की पहली लहर होक्काइडो के पूर्वी तट पर स्थित नेमुरो तक पहुंच गई. स्थानीय गवर्नर वालेरी लिमारेंको ने बताया कि सुनामी की पहली लहर प्रशांत महासागर में रूस के कुरील द्वीप समूह की मुख्य बस्ती सेवेरो-कुरीलस्क के तटीय क्षेत्र तक पहुंची. उन्होंने बताया कि निवासी सुरक्षित हैं और वे लहर आने का खतरा टलने तक ऊंचे स्थानों पर ही रहेंगे.

प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने बताया कि हवाई, चिली, जापान और सोलोमन द्वीप समूह के कुछ तटीय क्षेत्रों में ज्वार स्तर से एक से तीन मीटर तक ऊंची लहरें उठने की आशंका है। रूस और इक्वाडोर के कुछ तटीय क्षेत्रों में तीन मीटर से भी ऊंची लहरें उठने की आशंका है.

– अमेरिका के नॉर्दर्न कैलिफोर्निया में सुनामी की वॉर्निंग सुनाई दी है. कैलिफोर्निया के कई इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है.

रूस का कहना है कि यह भूकंप 1952 के बाद से क्षेत्र में दर्ज किया गया सबसे शक्तिशाली भूकंप है.

-रूस में आए भूकंप से अमेरिका, जापान और कनाडा में सुनामी का अलर्ट है. कई जगहों पर सुनामी दस्तक दे चुकी है.

रूस में आए भूकंप-सुनामी पर अमेरिका की भी नजर है, क्योंकि उसके भी कई राज्यों में सुनामी का अलर्ट है. इस पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि प्रशांत महासागर में आए भीषण भूकंप के कारण हवाई में रहने वालों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई है.

रूस में आए भूकंप के बाद सुनामी को लेकर भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर है. सैन फ्रैन्सिस्को स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने रूस के कामचटका प्रायद्वीप में हाल ही में आए 8.7 तीव्रता के भूकंप के बाद संभावित सुनामी के खतरे को मद्देनजर अपने नागिरकों के लिए चेतावनी जारी की है. इसमें कैलिफ़ोर्निया, अमेरिका के अन्य पश्चिमी तटीय राज्यों और हवाई में रहने वाले भारतीय नागरिकों को अलर्ट रहने को कहा गया है.

रूस में आए भूकंप से धरती हिलने लगी. घर में रखी चीजें भी अपनी जगह से हिलने लगीं. लोग इस नजारे को देखकर डर गए.

रूस में आए भूकंप को एक बार फिर अपग्रेड किया गया है. अब रिक्टर स्केल पर उस भूकंप की तीव्रता 8.8 मापी गई है. भूकंप से हुई तबाही की तस्वीरें भी अब सामने आने लगी हैं. कई इमारत जमींदोज हो गई हैं

रूस में सुनामी अब अपना रंग दिखाने लगी है. रूस के कुरिल आइसलैंड के हिस्सों से सुनामी की लहरें टकराई हैं.

-रूस में आज कामचटका प्रायद्वीप के प्रशांत तट पर 8.7 की तीव्रता का भूकंप आया. इस भूकंप के बाद जापान और अमेरिका में भी सुनामी का अलर्ट जारी किया गया.

यूएसजीएस के मुताबिक, रूस के सुदूर पूर्वी तट और जापान के कई इलाकों के लिए भी सुनामी अलर्ट जारी किया है. नेशनल वेदर सर्विस यानी राष्ट्रीय मौसम सेवा (NWS) के सुनामी चेतावनी केंद्र ने रूस के पूरे हवाई राज्य के लिए सुनामी चेतावनी जारी की. यूएसजीएस के अनुसार, भूकंप इतना मजबूत और उथला था कि इससे सुनामी आ सकती है. पूरे इलाके में एक मीटर तक की सुनामी आने की संभावना है.

जापान में क्या हाल

जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने बुधवार को बताया कि रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पास 8.7 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया और जापान के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की. एजेंसी के मुताबिक, भूकंप स्थानीय समयानुसार बुधवार सुबह 8:25 बजे ( भारतीय समयानुसार मंगलवार को 23:25 बजे) आया और इसकी प्रारंभिक तीव्रता 8.7 दर्ज की गई. एजेंसी ने जापान के प्रशांत तट पर 1 मीटर तक की सुनामी की चेतावनी जारी की.

जापान में भी तबाही के संकेत

अभी तक किसी नुकसान की सूचना नहीं है. जापान के एनएचके टेलीविजन के अनुसार, भूकंप जापान के चार बड़े द्वीपों में से सबसे उत्तरी द्वीप होक्काइडो से लगभग 250 किलोमीटर (160 मील) दूर था और इसे केवल हल्का महसूस किया गया. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप 19.3 किलोमीटर (12 मील) की गहराई पर आया. रूस की ओर से कामचटका पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं मिली है.

भूकंप आए तो क्या करें और क्या नहीं

1. अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं. अगर कोई मेज या ऐसा फर्नीचर न हो तो अपने चेहरे और सर को हाथों से ढंक लें और कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं.

2. अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं.

3. अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और वाहन के अंदर ही बैठे रहें.

4. अगर आप मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी न जलाएं, न तो हिलें और न ही किसी चीज को धक्का दें.

5. मलबे में दबे होने की स्थिति में किसी पाइप या दीवार पर हल्के-हल्के थपथपाएं, जिससे कि बचावकर्मी आपकी स्थिति समझ सकें. अगर आपके पास कोई सीटी हो तो उसे बजाएं.

6. कोई चारा न होने की स्थिति में ही शोर मचाएं. शोर मचाने से आपकी सांसों में दमघोंटू धूल और गर्द जा सकती है.

7. अपने घर में हमेशा आपदा राहत किट तैयार रखें.

8. अगर आपके आसपास मेट्रो है तो उसके अंडरग्राउंड हिस्से में छिपे रहें.

saamyikhans

former crime reporter DAINIK JAGRAN 2001 and Special Correspondent SWATANTRA BHARAT Gorakhpur. Chief Editor SAAMYIK HANS Hindi News Paper/news portal/

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