यूपी में मदरसों पर बुलडोजर एक्शन, मौलाना अरशद मदनी ने जताई कड़ी आपत्ति, योगी सरकार पर लगाया नफरत फैलाने का आरोप

उत्तर प्रदेश में हाल ही में कई मदरसों पर प्रशासनिक कार्रवाई के तहत बुलडोजर चलाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सरकार की ओर से इन्हें अवैध निर्माण बताते हुए कार्रवाई की जा रही है, जबकि मुस्लिम संगठनों और धर्मगुरुओं ने इसे धार्मिक आजादी पर हमला करार दिया है।
जमीअत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने इस कार्रवाई की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार जानबूझकर एक खास समुदाय को निशाना बना रही है। मदनी ने आरोप लगाया कि मदरसों को अवैध बताकर गिराने की यह प्रक्रिया संविधान में दी गई धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने कहा, “यह केवल इमारतों पर बुलडोजर नहीं है, बल्कि एक समुदाय की शिक्षा व्यवस्था और पहचान पर हमला है।”
मौलाना मदनी ने आगे कहा कि सरकार को चाहिए कि वह धार्मिक संस्थानों को समर्थन दे, न कि उन्हें मिटाने की कोशिश करे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई मदरसा वास्तव में अवैध है, तो कानूनी प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए, न कि सीधे बलपूर्वक कार्रवाई।
इस मुद्दे को लेकर अब सियासी गर्मी भी बढ़ रही है। कई विपक्षी दलों ने भी योगी सरकार पर धार्मिक भेदभाव का आरोप लगाते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। वहीं, सरकार का कहना है कि कार्रवाई केवल अवैध निर्माणों के खिलाफ है और इसका किसी धर्म से लेना-देना नहीं है।