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मोदी जैसे पहुंचे, स्वागत को दौड़े मुइज्जू, देखिए गले मिलन से कैसे मिटी भारत-मालदीव की दूरी!

इंडिया आउट’ से ‘इंडिया इन’ की ओर मालदीव के कदम बढ़ चुके हैं. मोहम्मद मुइज्जू ने चीन के बहकावे में रिश्तों को ताक पर रखा. मालदीव-भारत की दोस्ती की लंका लगा दी. मालदीव ने भारत को आंख दिखाने की कोशिश की. पर आखिरकार उसे भारत की ताकत का एहसास हो गया. बीते कुछ समय से मोहम्मद मुइज्जू के टोन बदल चुके. अब वह भारत विरोधी नहीं लगते. अव्वल वह भारत से उसी पुरानी दोस्ती की चाहत रख रहे हैं. यही वजह है कि पीएम मोदी जब आज यानी शु्क्रवार को मालदीव पहुंचे तो स्वागत करने को मोहम्मद मुइज्जू दौड़ पड़े. जी हां, पीएम मोदी ब्रिटेन के बाद अब अपनी दो दिवसीय यात्रा पर आज मालदीव पहुंचे.

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू माले में पीएम मोदी का पलके बिछाए इंतजार कर रहे थे. जैसे ही पीएम मोदी अपने स्पेशल विमान से एयरपोर्ट पर उतरे, स्वागत करने को मोहम्मद मुइज्जू पहले से मौजूद थे. उन्होंने आगे बढ़कर खुले दिल से पीएम मोदी का स्वागत किया. पीएम मोदी भी कहां पीछे रहने वाले थे. उन्होंने एक कदम आगे बढ़कर मोहम्मद मुइज्जू को गले लगा लिया. यह पल ऐसा था मानो भारत तल्ख रिश्तों को भूलकर अपने पुराने दोस्त मालदीव को एक बार फिर गले लगा रहा हो. मालदीव ने अपने 60वें स्वंत्रता दिवस समारोह में पीएम मोदी को न्योता दिया था. इसी में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने पीएम मोदी पहुंचे हैं.

मोदी के वेलकम को मालदीव सरकार खड़ी रही

मोहम्मद मुइज्जू ने न केवल पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया, बल्कि हर वक्त साए की तरह साथ रहे. एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का ग्रैंड वेलकम हुआ. मालदीव पहुंचने पर प्रधानमंत्री के स्वागत में पूरी मालदीव सरकार खड़ी थी. जी हां, पीएम मोदा मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, देश के रक्षा मंत्री, विदेश और वित्त मंत्रियों ने वेलकम किया किया. मालदीव के गृह सुरक्षा मंत्री भी माले एयरपोर्ट पर मौजूद थे. प्रधानमंत्री की मालदीव यात्रा काफी अहम है, क्योंकि यह ‘इंडिया आउट’ अभियान और राष्ट्रपति मोहम्मद मुज्जू के चीन समर्थक रुख के कारण द्विपक्षीय संबंधों में तनाव के बाद उनकी पहली यात्रा है.

पीएम मोदी का बेसब्री से इंतजार न केवल मालदीव की सरकार को था, बल्कि प्रवासी भारतीय भी पलके बिछाए खड़े थे. भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए उत्सुकता से इंतजार कर रहे थे. पीएम मोदी का स्वागत मालदीव के कलाकारों की ओर से पारंपरिक तरीके से किया गया. इसके अलावा ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों ने मालदीव का आसमान को गूंज उठा. जब ये नारे लग रहे थे, तब भी पीएम मोदी के साथ मोहम्मद मुइज्जू खड़े थे.

पीएम मोदी का भव्य स्वागत इस बात को दिलचस्प बनाता है कि यह उस भूमि पर हो रहा था, जहां कुछ समय पहले तक मुइज्जू और उनके नेता ‘इंडिया आउट’ अभियान चला रहे थे. मालदीव का यह कदम दिखाता है कि उसे अब समझ है कि भारत की दोस्ती उसके लिए कितनी अहम है.

मालदीव में क्या-क्या करेंगे मोदी

बहरहाल, पीएम मोदी की मालदीव यात्रा मुज्जू के निमंत्रण पर हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी 60वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. वह भारत-मालदीव कूटनीतिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ पर भी वहां मौजूद रहेंगे. वह राष्ट्रपति मुइज्जू के साथ व्यापक वार्ता भी करेंगे और द्वीपीय राष्ट्र में भारत की सहायता से चलने वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. यह यात्रा न केवल द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करेगी, बल्कि भारतीय महासागर क्षेत्र में भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति को और पुख्ता करेगी.

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former crime reporter DAINIK JAGRAN 2001 and Special Correspondent SWATANTRA BHARAT Gorakhpur. Chief Editor SAAMYIK HANS Hindi News Paper/news portal/

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