महिला उत्पीड़न के मामलों की अनदेखी कर रही रुदौली पुलिस

12 दिन से एफआईआर दर्ज कराने के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही पीड़ित महिला
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अयोध्या। महिलाओं को उचित सम्मान देने का दावा करने वाली भाजपा सरकार में उचित सम्मान तो मिलना दूर, उन्हें अपनी इज्जत व जानमाल की रक्षा करना भी कठिन साबित हो रहा है। भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं का उनके सम्मान की रक्षा का आश्वासन दिया है। किन्तु कोतवाली रुदौली की पुलिस के सामने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ के सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। एक महिला की इज्जत लूटने के लिए उसके गांव के कुछ लोग अपने घर में उठा ले गए। विरोध करने पर उसे बुरी तरह से पीटा। कहा तो यहां तक जाता है, कि उसे निवस्त्र करने की कोशिश की गई। अबला की गुहार पर महिला को बचाने के लिए दौड़ी दो किशोरियों को भी शिकार बनाने की कोशिश की गई। इतनी बड़ी घटना की अब तक पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नही की। पीड़ित परिवार दहशत के साए में जीने को मजबूर है, किन्तु पुलिस पीड़ित महिला की रिपोर्ट दर्ज करने को तैयार नहीं। पीडित अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए अधिकारियों की चौखट नाप रही है।
घटनाक्रम के अनुसार कोतवाली रुदौली के जैथरी गांव में महिला मजदूर अनीता देवी पत्नी देशराज 29 जून को मजदूरी पर धान की बेरन लगाकर अपने घर लौट रही थी। अनीता का आरोप है कि रास्ते में पहले से गाड़ाबन्दी कर बैठे रघुनाथ, विश्वनाथ, शनि, रोहित उसे खींचकर अपने घर उठा ले गए। जहाँ उसे निवस्त्र करने की कोशिश की सफल न होने व अनीता के गुहार लगाने पर उसे लात घूंसे से बुरी तरह से पीटा। उसकी गुहार लगाने पर अनीता को बचाने के लिए दौड़ी उसकी पुत्री प्रीती व भतीजी खुशबू का गंदी नियत से हाथ पकड़ा। किन्तु वे किसी तरह मुझे उन लोगों के चंगुल से बचाकर बाहर लाईं। अनीता ने इस घटना की शिकायत रुधौली कोतवाल, एसपी ग्रामीण से की।