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महाराष्ट्र में हिंदी-विरोधी विवाद — ठाकरे-फडणवीस की बंद कमरे चुप्पी

महाराष्ट्र में हिंदी को प्राथमिक विद्यालयों में अनिवार्य भाषा बनाने की बढ़ती मांग पर उद्धव ठाकरे ने CM देवेंद्र फडणवीस से संवाद किया, जिससे भाषाई संवेदनशीलता के मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट हुई।
उद्धव का कहना रहा कि मराठी भाषा राज्य की पहचान है और इसे कमजोर नहीं होने देना चाहिए। फडणवीस ने बताया कि उन्हें भाषा को बुनियादी ताकत के रूप में देखना चाहिए, और हिंदी को केवल संवाद भाषा के रूप में अपनाया जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषणकारों का कहना है कि आगामी मौसम में यह मुद्दा राजनीतिक ताकत प्रदर्शन के लिए उपयोगित साबित हो सकता है।