धर्म-कर्म
मंगला गौरी व्रत: सावन की पहली मंगला गौरी का महत्व और शुभकामना संदेश

15 जुलाई को सावन की पहली मंगला गौरी व्रत मनाया गया, जिसे विवाहित महिलाएं पति की लंबी आयु, वैवाहिक सुख और संतान प्राप्ति की कामना से करती हैं । यह व्रत मंगलवार को होता है और माँ पार्वती को समर्पित होता है।
पौराणिक लोक कथाओं के अनुसार, माता पार्वती ने शिव को प्रसन्न करने हेतु यह व्रत रखा था। इसका पारंपरिक पालन करने से घर में सुख-शांति, शुद्धि और समृद्धि आती है। व्रत संबंधी शुभकामना संदेश सोशल मीडिया पर भी खूब साझा किए गए।
इस अवसर पर विशेष पूजा, स्नान, कथा और प्रसाद वितरण भी होता है, जिसका उद्देश्य परिवारिक स्थिरता और सामाजिक जुड़ाव को मजबूत करना है।