उत्तर प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में 9.94 करोड़ रुपये का घोटाला, 6239 फर्जी लाभार्थियों के नाम पर हुआ भुगतान

लखनऊ, 10 जून 2025:
उत्तर प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के तहत एक बड़ा घोटाला सामने आया है। सरकारी जांच में पता चला है कि 39 निजी अस्पतालों ने मिलकर 6239 फर्जी लाभार्थियों के नाम पर इलाज दिखाकर लगभग 9.94 करोड़ रुपये का गबन किया है। यह सारा खेल फर्जी आधार और पहचान पत्रों का इस्तेमाल कर किया गया, जिससे असली जरूरतमंद लोग योजना के लाभ से वंचित रह गए।
लखनऊ में इस मामले को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि कुछ अस्पतालों ने पुराने या मृत लोगों की आईडी का दुरुपयोग किया और उन्हें भर्ती दिखाकर फर्जी इलाज किया। इसके बदले में उन्हें सरकार की ओर से भुगतान भी किया गया।
राज्य सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम (SIT) गठित कर दी है। संबंधित अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिनमें से कुछ का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से भी पूछताछ की जा रही है कि आखिर इतनी बड़ी धांधली किसकी मिलीभगत से हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और योजना की विश्वसनीयता को बहाल करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, आयुष्मान योजना की निगरानी प्रक्रिया को और अधिक मजबूत बनाने की भी घोषणा की गई है।
इस घोटाले के सामने आने से गरीब और जरूरतमंद लोगों की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। यह घोटाला न सिर्फ भ्रष्टाचार की गहराई को दिखाता है, बल्कि सरकारी योजनाओं की पारदर्शिता और निगरानी प्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है।