नालंदा विश्वविद्यालय में “ग्रीक इतिहास, साहित्य और संस्कृति” पर विशेष व्याख्यान का आयोजन

नालंदा से मिथुन कुमार सिंह की रिपोर्ट,,,,,
नालंदा विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक अध्ययन विभाग द्वारा “ग्रीक इतिहास, साहित्य और संस्कृति” पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में ग्रीस के अरस्तू विश्वविद्यालय (थेसालोनिकी) के प्रतिष्ठित विद्वानों ने भाग लिया और ग्रीक सभ्यता की समृद्ध विरासत के साथ-साथ भारतीय संस्कृति से इसके संबंधों पर चर्चा की।
कार्यक्रम की शुरुआत नालंदा विश्वविद्यालय के परिचयात्मक वीडियो की स्क्रीनिंग से हुई। इसके बाद, ऐतिहासिक अध्ययन विभाग के प्रोफेसर कश्शाफ ग़ानी ने अतिथियों का परिचय कराया और उनका अभिनंदन किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अभय कुमार सिंह ने अपने संबोधन में प्राचीन भारत और ग्रीस के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को रेखांकित करते हुए कहा, “इन दोनों महान सभ्यताओं ने एक-दूसरे को न सिर्फ समझा बल्कि समृद्ध भी किया, जिससे पूरी दुनिया की सांस्कृतिक धरोहर और अधिक समृद्ध हुई।”
इस अवसर पर ग्रीक गणमान्य अतिथियों ने लेखक श्याम सुंदर राव की एक नई पुस्तक का विमोचन भी किया। इस आयोजन के दौरान कुलपति ने घोषणा की कि नालंदा विश्वविद्यालय में जल्द ही “इंडिया-ग्रीस स्टडीज़ सेंटर” की स्थापना की जाएगी, जिससे दोनों देशों के बीच शैक्षणिक और सांस्कृतिक सहयोग को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।