दुबई के गोल्डन वीजा पर सामने आ गई सच्चाई! सुनते ही टूट गए लाखों भारतीयों के दिल, सरकार ने बताई असली बात

मीडिया में 2 दिनों से छाए गोल्डन वीजा को लेकर भारतीयों ने सपने पालने शुरू ही किए थे कि अरमानों पर पानी फिर गया. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी तरफ से ऐसा कुछ भी नहीं कहा गया और बिना आधिकारिक पुष्टि के चल रही ये खबरें पूरी तरह भ्रामक हैं. यूएई की आईडेंटिटी, सिटीजनशिप, कस्टम और पोर्ट सिक्योरिटी अथॉरिटी (ICP) ने सोशल मीडिया पर चल रही इस तरह की सभी खबरों को भ्रामक करार दिया है.
खबरों में बताया गया था कि यूएई सरकार ने अपने गोल्डन वीजा प्रोग्राम में भारतीयों को खास छूट दी है और अब वहां लाइफटाइम वीजा पाने के लिए प्रॉपर्टी खरीदने या बिजनेस लगाने की जरूरत नहीं होगी. कई सोशल मीडिया पोस्ट में यह भी दाव किया गया था कि दुबई का गोल्डन वीजा पाने के लिए अब सिर्फ 1 लाख दिरहम यानी करीब 29 लाख रुपये ही खर्च करने होंगे. फाइनेंशियल एक्सप्रेस के अनुसार, यूएई की फेडरल एजेंसी ने इन खबरों को भ्रामक बताया और कहा कि फिलहाल इसके नियमों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है.
क्या बोली दुबई की सरकार
ICP के अनुसार, सभी यूएई गोल्डन वीजा आवेदन केवल देश के आधिकारिक सरकारी चैनलों के माध्यम से ही किए जाते हैं और आवेदन प्रक्रिया में किसी भी आंतरिक या बाहरी सलाहकार का पक्ष नहीं माना जाता है. गोल्डन रेजिडेंस की श्रेणियां, उनकी शर्तें और नियंत्रण यूएई के कानूनों, विधायिकाओं और आधिकारिक मंत्री निर्णयों के अनुसार ही निर्धारित किए जाते हैं. जो लोग यूएई गोल्डन वीजा की आवश्यकताओं के बारे में जानना चाहते हैं, वे आईसीपी की वेबसाइट या स्मार्ट एप्लिकेशन के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. गोल्डन वीजा आईसीपी द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में से एक है, जिसके तहत शर्तें पूरी करने वाले विदेशी नागरिक 5 से 10 साल की लंबी अवधि तक निवास के लिए आवेदन कर सकते हैं.
आईसीपी बोली-आधी अधूरी बात
आईसीपी ने बताया कि उन्होंने हाल ही में एक परामर्श फर्म (विदेश में) द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्तियों को देखा है, जिसमें लाइफटाइम यूएई गोल्डन वीजा की संभावना का संकेत दिया गया है. यह समाचार विज्ञप्ति कई मीडिया संगठनों और कुछ यूएई-आधारित कंपनियों द्वारा प्रसारित की गई थी. आईसीपी ने कथित अप्रमाणित प्रेस विज्ञप्ति के स्रोत की पहचान नहीं की, लेकिन कहा कि उन संस्थाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने इन अफवाहों को फैलाने का प्रयास किया है. इसका मकसद यूएई में रहने की ख्वाहिश रखने वालों से अवैध तरीसे पैसे उगाहने का है.
4 तरह से मिलता है गोल्डन वीजा
वर्तमान में यूएई गोल्डन वीजा चार प्रमुख श्रेणियों के तहत पेश किए जाते हैं . एक व्यवसाय निवेशक के रूप में, एक रियल एस्टेट निवेशक के रूप में, एक उद्यमी के रूप में और उत्कृष्ट विशेष प्रतिभाओं के रूप में, जिसमें डॉक्टर, वैज्ञानिक, उत्कृष्ट छात्र, मानवतावादी कार्यकर्ता और फ्रंटलाइन हीरो शामिल हैं. एक व्यवसाय और रियल एस्टेट निवेशक के रूप में करीब 4.67 करोड़ रुपये का निवेश आवश्यक है, जबकि एक उद्यमी के रूप में वीजा के लिए न्यूनतम 1.16 करोड़ रुपये का निवेश करना होगा. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने दावा किया है कि 23 लाख रुपये का यूएई गोल्डन वीजा एक मार्केटिंग चाल और ‘रीब्रांडिंग’ का खेल है. इस बाबत अब यूएई के सर्वोच्च आव्रजन निकाय आईसीपी ने भी पुष्टि कर दी है.