कुणाल कामरा, जिनका विवादों से पुराना संबंध है, एकनाथ शिंदे से लेकर SC प्रधानमंत्री मोदी तक पर टिप्पणी कर चुके हैं।

कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर की गई टिप्पणी को लेकर बहस हुई है। इस बीच, राज्य में राजनीतिक संघर्ष भी चल रहा है। कामरा को सत्तासीन महायुति की पार्टियों ने चेतावनी दी है। विपक्षी शिवसेना यूबीटी ने भी कॉमेडियन का खुलकर समर्थन किया है।
स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर चर्चा की है। महायुति सरकार ने कुणाल के बयान की निंदा करते हुए उनसे माफी मांगी, लेकिन विपक्षी पार्टियों, खासकर शिवसेना (यूबीटी) ने कॉमेडियन का समर्थन किया। इस बीच, शिंदे ने कुणाल के कटाक्ष को किसी के खिलाफ बोलने के लिए सुपारी लेने से तुलना की। शिंदे ने कामरा की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और व्यंग्य को समझना चाहिए, लेकिन इसकी सीमा होनी चाहिए।
शिवे की टिप्पणियों के बाद से ही कुणाल कामरा के बयानों पर सवाल उठने लगे हैं। कामरा का इतिहास देखने से पता चलता है कि यह पहली बार नहीं है कि उनका विवाद हुआ है। खासकर विवादित टिप्पणी में। यही कारण है कि कुणाल कामरा ने पहले कभी विवादास्पद बयान दिए हैं? उन पर पहले किसी मामले में कार्रवाई की गई है? कामरा ने एकनाथ शिंदे के अलावा और किन बड़े नेताओं पर निशाना साधा है? जानते हैं..।
शिवे की टिप्पणियों के बाद से ही कुणाल कामरा के बयानों पर सवाल उठने लगे हैं। कामरा का इतिहास देखने से पता चलता है कि यह पहली बार नहीं है कि उनका विवाद हुआ है। खासकर विवादित टिप्पणी में। यही कारण है कि कुणाल कामरा ने पहले कभी विवादास्पद बयान दिए हैं? उन पर पहले किसी मामले में कार्रवाई की गई है? कामरा ने एकनाथ शिंदे के अलावा और किन बड़े नेताओं पर निशाना साधा है? जानते हैं..।
मई 2020 में कुणाल कामरा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें उन पर उनके शो ‘बी लाइक’ में सुप्रीम कोर्ट को ब्राह्मण-बनिया का मामला बताने का आरोप लगा था। तब अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कामरा पर अवमानना की कार्रवाई की अनुमति दी थी, जो न्यायपालिका और जजों को सोशल मीडिया पर कथित तौर पर घेरती थी।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कुणाल कामरा ने खुद एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट भी किया था।
जनवरी 2020 में कुणाल कामरा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें मुंबई से लखनऊ जा रही एक फ्लाइट पर सहयात्री पत्रकार अर्णब गोस्वामी को घेरते हुए उनकी सीट पर जाकर उन्हें परेशान करते हुए दिखाया गया था। इंडिगो, एयर इंडिया, गो एयर और स्पाइसजेट ने कुणाल कामरा पर दुर्व्यवहार का छह महीने का प्रतिबंध लगाया था
जब बच्चे का एडिटेड वीडियो शेयर कर कॉमेडियन फंस गया इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जर्मनी दौरे पर एक सात साल के बच्चे के गाने का वीडियो बदला गया था। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने इसके बाद कॉमेडियन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए वीडियो को तुरंत हटाने की मांग की
विरोध में कुणाल कामरा ने कहा कि यह वीडियो सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है। अपने लेख में, एनसीपीसीआर ने उनके खिलाफ मीम पोस्ट करने की मांग की है।
2020: कामरा को सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का मुकदमा लगाया गया था। दरअसल, कुणाल कामरा ने तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ पर तंज कसा था जब सुप्रीम कोर्ट ने पत्रकार अर्णब गोस्वामी से जुड़े एक मामले में उसे जमानत देने का निर्णय दिया था। बाद में उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट लिखकर सुप्रीम कोर्ट को देश का सर्वोच्च जोक बताया। कामरा ने सुप्रीम कोर्ट को लेकर एक एडिटेड फोटो भी पोस्ट की। साथ ही सीजेआई चंद्रचूड़ के खिलाफ भी कुछ कहा।
दिसंबर 2020 में, सुप्रीम कोर्ट ने कामरा को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। कॉमेडियन को कोर्ट की अवमानना के मामले में अपने व्यवहार को समझाने को कहा गया। कामरा ने हालांकि स्पष्ट कर दिया कि वह अपनी बातों के लिए माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी का हवाला देते हुए अपने आधिकारिक बयान में बयान को वापस लेने से इनकार कर दिया
2021 में कुणाल कामरा ने कोरोनावायरस महामारी से निपटने के तरीके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की थी। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेता जल्दी और प्रभावी कार्रवाई करते तो कई लोगों की जान बच सकती थी।