ऑपरेशन साइबर कवच के दृष्टिगत थाना धानेपुर की साइबर हेल्पडेस्क टीम द्वारा पीड़ित की फ्राॅड गयी 2,55,189/- रूपये कराए गए वापस

गोंडा
गोण्डा में साइबर फ्रॉड अपराध की रोकथाम के संबंध में त्वरित कार्यवाही करने हेतु पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय के मार्गदर्शन में थाना धानेपुर की साइबर हेल्प डेस्क की टीम द्वारा पीड़ित की फ्रॉड गयी धनराशि को सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित करते हुए धनराशि 2,55,189/- पीड़ित के खाते में वापस करायी गयी। प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार राय ने बताया कि
आवेदक संदीप कुमार निवासी चौक बाजार थाना धानेपुर के मोबाइल पर अज्ञात फ्राॅड व्यक्ति द्वारा फोन करके पीड़ित के मोबाइल में एनी डेस्क ऐप इन्स्टाल कर इन्टनेट बैकिंग के माध्यम से खाते से रू02,155,189 निकाल लिया गया था। जिसकी पीड़ित द्वारा शिकायत दर्ज करायी गयी थी। जिस पर थाना धानेपुर की साइबर हेल्पडेस्क टीम द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित करते हुए पीड़ित के 2,55,189/- रू0 की धनराशि वापस करायी गयी। पीड़ित द्वारा अपने रूपये वापस पाकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय व थाना धानेपुर की साइबर हेल्पडेस्क की टीम को धन्यवाद दिया गया।साइबर धोखाधड़ी होने पर तत्काल 1930 पर सूचना अंकित कराये, सूचना विलम्ब से देने पर साइबर अपराधियों द्वारा धन निकाल लिया जाता है। धन निकलने के उपरान्त पैसे वापस होने की सम्भावना बहुत कम होती है। लोगो को साइबर ठगों से सावधान रहने की जरुरत है। किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओ0टी0पी0, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें। फ्रॉड ट्रांजेक्सन होने पर तत्काल अपने बैंक एवं थाना पर गठित साइबर सेल को सूचना दें एवं साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तत्काल शिकायत दर्ज कराएँ।
*साइबर सुरक्षा टिप्स-*
ऑनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें,किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें,सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें,अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें,अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें,ऑनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें,पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें,ऑनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें,साइबर बुलिंग और साइबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें,ऑनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करें।